TET 2021 Cancelled: परीक्षा केंद्रों के बाहर आक्रोशित परीक्षार्थियों का हंगामा, अब घर लौटने की जद्दोजहद
कानपुर में परीक्षा केंद्रों के बाहर आकर परीक्षार्थी हताश निराश और मायूस नजर आए। परीक्षा रद होने की सूचना मिलते ही परीक्षार्थियों को वापस कर दिया गया कुछ केंद्रों पर प्रश्नपत्र वितरित कर दिए गए जो वापस लिये गए।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) रद होने की सूचना मिलते ही शहर के परीक्षा केंद्रों में पहुंचे परीक्षार्थियों में आक्रोश का माहौल बन गया और कुछ केंद्रों पर हंगामे की स्थिति बन गई। पुलिस ने परीक्षार्थियों को शांत कराकर घर लौटने को कहा तो उन्होंने कहा कि परीक्षा में धांधली होनी थी तो जिम्मेदार ये बात पहले बता देते। कई केंद्रों पर तो परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र भी वितरित कर दिए, जो बाद में वापस लिये गए। जिले के 76 केंद्रों से परीक्षार्थी हताश और मायूस होकर घर लौटने की जद्दोजहद करते दिखाई दिए।
जिले के 76 केंद्रों पर रविवार की सुबह शिक्षक पात्रता परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों की भीड़ एकत्र हो गई थी। परीक्षा को लेकर शहर के कई केंद्रों से केंद्र व्यवस्थापकों ने डीआइओएस को पेपर कम पहुंचने की भी जानकारी दी। हालांकि पेपर कैंसल होने की जानकारी मिलते ही डीआइओएस व अन्य प्रशासनिक अफसरों ने आनन-फानन कई केंद्रों पर पहुंचकर शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षार्थियों को वापस घर भेजा। गोविंद नगर स्थित चाचा नेहरू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा.अनवेश सिंह ने बताया कि उनके केंद्र पर परीक्षार्थियों को पेपर दे दिए गए थे, मगर परीक्षा रद्द होने के चलते पेपर वापस लिए गए। रघुनाथ प्रसाद मिश्र इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा.अभयजीत मिश्रा ने बताया कि पेपर कंम आए थे, इसकी सूचना डीआइओएस को फौरन दे दी थी। वहीं, पूरे मामले पर डीआइओएस सतीश तिवारी ने कहा कि शासन से परीक्षा रद्द होने के निर्देश मिलते ही सभी केंद्रों पर दोनों पालियों की परीक्षाएं निरस्त करा दीं।
दो साल से तैयारी कर रही थी। इस तरह परीक्षा रद्द होने से बहुत निराश हूं। छाया पांडे, आवास विकास
मुझे लगता है, परीक्षा मेंं धांधली हुई है। अगर ऐसा ही होना था, तो सरकार की क्या तैयारी रहती है? कामिनी मिश्रा, बांगरमऊ
एक साल से तैयारी कर रही थी। पूरी उम्मीद थी, कि सफलता मिल जाएगी हालांकि अब पेपर निरस्त होने से हताशा है। हर्षी, झींझक
बहुत अधिक गुस्सा आ रहा है। सरकार को परीक्षा कराने के लिए ठोस तैयारी करनी चाहिए थी। मधु साहू, सीढ़ी, इटारा