सीएसए में बढ़ाई गईं पीएचडी की 29 सीटें, इन संकाय के छात्रों को मिलेगा फायदा Kanpur News
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लगी मुहर इस वर्ष बीएससी कृषि में 526 सीटों पर मिलेगा दाखिला।
कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) ने पीएचडी में 29 सीटें बढ़ा दी हैं। कुलपति प्रो. सुशील सोलोमन की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बढ़ी सीटों पर मुहर लगी। सीटों के बढऩे के बाद इस वर्ष पीएचडी में कुल 89 सीटें हो गईं हैं। सत्र 2020-21 की उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि प्रवेश परीक्षा की काउंसिलिंग में इन सीटों को शामिल करने की तैयारी है। विश्वविद्यालय ने शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए सीटें बढ़ाई हैं।
उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि प्रवेश परीक्षा कराएगा सीएसए
एकेडमिक काउंसिल में पीएचडी के अलावा स्नातकोत्तर व स्नातक की सीटें भी तय कर दी गईं। उनमें परिवर्तन नहीं किया गया है। बीएससी कृषि में इस वर्ष 526 सीटों पर छात्रों को दाखिला मिलेगा। स्नातकोत्तर में 219 सीटों पर उन्हें प्रवेश मिलेगा। इस बार सीएसए उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि प्रवेश परीक्षा कराने जा रहा है। इस संबंध में कानपुर, बांदा, मेरठ व अयोध्या कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों की बैठक होनी है। यह बैठक 24 जनवरी को होगी। कुलसचिव प्रो. कृपाशंकर ने बताया कि सीएसए ने स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी की सीटें तय कर ली हैं। अब अन्य विश्वविद्यालयों से सीटों व कोर्स का ब्योरा मांगा जाएगा। सीएसए की बैठक में सीटों व प्रवेश परीक्षा की रूपरेखा तय होगी। इसके बाद लखनऊ में अंतिम बैठक के बाद प्रस्तावित 20 फरवरी से फॉर्म जारी होंगे। 16 से 18 मई तक चलने वाली प्रवेश परीक्षा के आवेदन फार्म कृषि विश्वविद्यालय की आफिसियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिये जाएंगे।
पीएचडी के विषयों में सीटें
कृषि जैव रसायन : 2
कृषि प्रसार : 2
कृषि अर्थशास्त्र : 2
सस्य विज्ञान : 11
दुग्ध विज्ञान : 3
बीज विज्ञान : 7
भूमि संरक्षण एवं जल प्रबंधन : 6
फल विज्ञान : 6
सब्जी विज्ञान :6
गृह विज्ञान : 9
लाइव स्टॉक प्रोडक्शन : 3
कीट विज्ञान : 7
पादप प्रजनन : 11
पादप रोग : 6
सस्य दैहिकी : 2
मृदा कृषि रसायन : 6
स्नातकोत्तर में सीटें
एमएससी कृषि : 121
उद्यान : 18
एमटेक : 10
गृह विज्ञान : 30
एमबीए : 40
इन छात्रों को मिली अनुमति
एकेडमिक काउंसिल ने फल विज्ञान के छात्र दीपांकर सिंह बादल व भूमि संरक्षण विज्ञान के छात्र देवेंद्र कुमार को पीएचडी पूरी करने की अनुमति दे दी। अपने कार्य से छुट्टी लेकर वह पीएचडी पूरी कर सकते हैं।