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विश्वविद्यालय की 'लैंग्वेज लैब' में झिझक छोड़ सीख रहे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में अक्टूबर 2010 से छात्र-छात्राएं को दो माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो नौकरी की राह आसान कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 05:55 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 05:55 PM (IST)
विश्वविद्यालय की 'लैंग्वेज लैब' में झिझक छोड़ सीख रहे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना
विश्वविद्यालय की 'लैंग्वेज लैब' में झिझक छोड़ सीख रहे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना

जागरण संवाददाता, कानपुर: ¨हदी हमारी मातृभाषा है। इसे बोलने, सीखने और समझने के लिए अधिक से अधिक जोर दिया जाता है। वहीं, मौजूदा समय की बात करें तो जब छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई पूरी कर नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो ¨हदी के साथ ही अंग्रेजी में उनका दक्ष होना जरूरी होता है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में अक्टूबर 2010 से स्थापित 'लैंग्वेज लैब' में छात्र-छात्राएं एक से दो माह का प्रशिक्षण लेकर झिझक छोड़ फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। यह प्रशिक्षण उनकी नौकरी की राह आसान करता है। - - - - - - - - - - - - - -

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लोटस लर्निग लिंगुआ फोन 21 सॉफ्टवेयर का होता प्रयोग

ंिवश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजय स्वर्णकार बताते हैं कि यहां जो छात्र-छात्राएं अंग्रेजी सीखते हैं, उन्हें भाषा की जानकारी लोटस लर्निग लिंगुआ फोन 21 सॉफ्टवेयर के माध्यम से दी जाती है। छात्र-छात्राएं इसमें खुद उ<स्हृद्द-क्तञ्जस्>चारण कर यह देख सकते हैं कि उन्होंने सही शब्दों का चयन किया है या नहीं। वह अपनी आवाज को रिकॉर्ड भी कर सकते हैं। वहीं, विभाग के प्रोफेसर उन्हें ंव्याकरण, भाषा को धाराप्रवाह बोलने आदि की जानकारियां देते हैं। - - - - - - - - - - - - - -

प्रेजेंटेशन व ग्रुप डिस्कशन से मजबूत होता हौसला

चाहे बीटेक के छात्र हों या एमबीए, बीबीए व अन्य ंिवभागों के। सभी प्रेजेंटेशन व ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से एक दूसरे से अंग्रेजी में चर्चा करते हैं। इससे भाषा समझने को लेकर उनका हौसला मजबूत होता है। शनिवार को एमसीए के छात्र-छात्राएं दो से चार बजे तक, सोमवार व बुधवार को इंजीनिय¨रग विभाग के छात्र-छात्राएं सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक यहां अंग्रेजी सीखते हैं। - - - - - - - - - - - - - -

चार माह का प्रशिक्षण लिया तो देनी होती फीस

अगर छात्र-छात्राएं यहां चार माह का प्रशिक्षण लेते हैं तो उन्हें सर्टिफिकेट फीस के तौर पर 1500 रुपये देने होते हैं। हालांकि इसमें छात्र-छात्राओं के लिए 75 फीसद उपस्थिति जरूरी हो जाती है। हालांकि अधिकतर छात्र-छात्राएं एक से दो माह का प्रशिक्षण ही लेते हैं। - - - - - - - - - - - - - -

यू-ट्यूब पर दिखेगा सीएसजेएमयू का दीक्षा समारोह

कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) का 33वां दीक्षा समारोह 11 सितंबर को होना है। इस समारोह को खास बनाने के लिए विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसर गंभीरता से लगे हुए हैं। समारोह का सजीव प्रसारण यू-ट्यूब पर दिखाने की तैयारी है। समारोह विवि की वेबसाइट पर भी लाइव देखा जा सकेगा। इस संबंध में कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने बताया कि समारोह की तैयारी को लेकर हम सभी गंभीर हैं। इसे यू-ट्यूब पर भी दिखाने के लिए प्रबंध किया जा रहा है। - - - - - - - - - - - - - -

स्वर्ण पदक हासिल करने वालों को नही देनी होगी फीस

समारोह में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले छात्र-छात्राएं पहली बार अपनी डिग्री हाथ में लेकर मंच तक पहुंचेंगे, पदक लेंगे। उनसे डिग्री का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। - - - - - - - - - - - - - -

कुर्ता-पायजामा में लेंगे पदक

समारोह में जहां छात्र सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा पहनेंगे, वहीं छात्राएं इसी रंग का सलवार-सूट पहनेंगी। इसी तरह डीन, अकादमिक परिषद व प्रशासनिक अफसर क्रीम रंग का सफारी सूट पहनेंगे, महिलाएं इसी रंग की साड़ी पहनेंगी। - - - - - - - - - - - - - -

दीक्षा समारोह के लिए नामांकन शुरू

कानपुर : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का 13वां दीक्षा समारोह 18 सितंबर को इलाहाबाद में आयोजित होगा। कानपुर केंद्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अल्का वर्मा ने बताया कि सत्र 2017-18 में उत्तीर्ण छात्रों के लिए नामांकन प्रारंभ हो गए हैं। इसकी अंतिम तारीख 16 सितंबर है।


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