उन्नाव के अपहरण कांड में एसटीएफ ने संभाला मोर्चा, पीडि़त परिवार से की पूछताछ
दुष्कर्म पीडि़ता के बच्चे के अपहरण का मामला एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम ने तालाब के पास की पड़ताल थाना प्रभारी से भी ली कार्रवाई की जानकारी गुरुवार को फिर से आकर जांच करेंगे अधिकारी नए सिरे से जांच होगी शुरू ।
उन्नाव, जेएनएन। मृत दुष्कर्म पीडि़ता के 20 दिन से लापता छह वर्षीय भतीजे की तलाश में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार रात एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम ने पीडि़ता के स्वजन से पूछताछ कर गांव में छानबीन की।
एसआइ विक्रम सिंह की अगुवाई में पहुंची टीम ने पीडि़ता के पिता, भाई, बहन व भाभी से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद टीम गांव के पक्का तालाब पर गई जहां से बच्चे के लापता होने की बात सामने आई थी। इसके बाद बिहार थाना प्रभारी संतोष कुमार ङ्क्षसह से जानकारी लेकर लौट गई। टीम गुरुवार को फिर गांव आकर जांच करेगी।
पीडि़ता की मौत और अपहरण की घटना जोड़कर सुरागरसी का प्रयास
एसटीएफ दुष्कर्म पीडि़ता की मौत से लेकर अपहरण तक की घटना को जोडऩे के साथ ही दोनों के आरोपितों को लेकर नए सिरे से जांच शुरू करेगी। दोनों घटनाओं के आरोपितों की भूमिका को लेकर पूर्व में पुलिस भी इसे लेकर काम कर चुकी है। अब इसी कड़ी के सहारे एसटीएफ भी आगे बढ़ सकती है।
पुलिस के हाथ खाली, अब एसटीएफ से उम्मीद
एसटीएफ के आने से लोगों को मामले का राजफाश होने की उम्मीद जगी है। हालांकि गांव में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि एसटीएफ के साथ सीबीआइ जांच कराई जाए ताकि सही आरोपित सामने आएं।
लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने को अभिलेख तैयार करती रही पुलिस
अपहरण के आरोपितों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए बुधवार को पुलिस जरूरी अभिलेख तैयार करती रही। आरोपितों की मांग पर पुलिस ने टेस्ट के लिए कोर्ट से इजाजत ली है। पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ से जांच कराने को तारीख मांगी है। बीते मंगलवार प्रयोगशाला गए पुलिसकर्मियों के अभिलेख अधूरे होने से वापस कर दिया गया था।
यह था मामला
बीते साल पांच दिसंबर को जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीडि़ता के भतीजे का बीती दो अक्टूबर को गांव से अपहरण हो गया था। इस मामले में दुष्कर्म पीडि़ता को जलाकर मारने के आरोपितों के स्वजन को ही आरोपित किया गया है। सभी आरोपित जेल भेजे गए हैं। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बच्चे की तलाश में जिला पुलिस की 14 टीमों के साथ स्वॉट, सर्विलांस व फील्ड यूनिट लगाई लेकिन बच्चे का पता नहीं चला। अब एसटीएफ जांच कर रही है।