कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर फिर गिरी कर्ण की प्रतिमा, रेलवे अफसर बता रहे रखरखाव की कमी
परिवर्तन संस्था ने रेलवे स्टेशन के सिटी साइड में वर्ष 2018 में चंद्रशेखर आजाद हसरत मोहानी कर्ण समेत कई महानायकों की प्रतिमाएं स्थापित कराई थी।
कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल रेलवे स्टेशन के सिटी साइड में शहर की एतिहासिका तो प्रदर्शित करने वाली कर्ण की प्रतिमा सुरक्षित नहीं है। शनिवार को तेज हवा के झोंके एक बार फिर प्रतिमा गिरने से लोगों में चर्चाएं शुरू हो गईं। हालांकि रेलवे अफसरों ने रखरखाव की कमी के कारण प्रतिमा को गिरना बता रहे हैं। इससे पहले भी एक बार अांधी में प्रतिमा गिर चुकी है।
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के सिटी साइड में वर्ष 2018 में शहर के गौरवमयी इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए चंद्रशेखर आजाद, हसरत मोहानी, कर्ण समेत कई महानायकों की प्रतिमाएं परिवर्तन संस्था ने स्थापित कराई थी। इसमें कर्ण की प्रतिमा को सबसे आगे रखा गया था। पीपीपी मॉडल से मूर्तियां लगाने के लिए रेलवे ने संस्था को भूमि उपलब्ध कराई थी और संस्था को ही देखरेख करनी थी।
शनिवार को तेज हवा के झोंके से कर्ण की प्रतिमा एक बार फिर गिर गई। लोगों ने प्रतिमा गिरी देखी तो चर्चाएं शुरू हो गईं। कुछ लोग रेलवे की लापरवाही से प्रतिमा गिरने की बात कहते रहे। रविवार को अवकाश होने के चलते रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं लगी। अधिकारियों को इसकी सूचना हुई तो संस्था को जानकारी दी गई। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ज्ञान सिंह ने बताया कि देखरेख के अभाव में प्रतिमा गिरी है, जिसे ठीक कराया जा रहा हैं। वैसे संस्था की ही प्रतिमा की देखरेख की जिम्मेदारी है।