सीबीएसई और यूपी बोर्ड के स्कूलों में शुरू होगा स्टार्टअप पाठ्यक्रम Kanpur News
स्कूलों में छात्र छात्राएं अपने नवोन्मेषी विचार साझा कर स्टार्टअप विकसित करेंगे
जागरण संवाददाता, कानपुर : कारोबारी विचार किसी उम्र के मोहताज नहीं होते हैं। यह कभी भी किसी के दिमाग में आ सकते हैं। बस उसे सही दिशा देने की जरूरत है। इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय और तकनीकी संस्थानों की तर्ज पर स्कूली छात्रों को भी स्टार्टअप का प्रशिक्षण देगी। जल्द ही हिंदी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की तरह स्टार्टअप भी उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा। इसकी अलग कक्षाएं लगेंगी और अलग परीक्षा होगी। स्टार्टअप की प्रैक्टिकल जानकारी देने के लिए तकनीकी संस्थानों के इंक्यूबेशन सेंटर का भ्रमण कराया जाएगा। स्टार्टअप के जरिये देश दुनिया में नाम कमाने वाले नव उद्यमियों से मुलाकात कराई जाएगी।
यह जानकारी आइटी, इलेक्ट्रॉनिक्स व माध्यमिक शिक्षा अपर मुख्य सचिव आलोक सिन्हा ने दैनिक जागरण से बातचीत में दी। वह आइआइटी में स्टार्टअप प्रदर्शनी अभिव्यक्ति में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जल्द ही स्कूली छात्रों को स्टार्टअप के पाठ्यक्रम से जोड़ा जाएगा। स्टार्टअप कैसे डेवलप किया जाता है। इसके क्या लाभ होते हैं। किस प्रकार के उत्पाद की सोच के साथ इसे शुरू कर सकते हैं। इसमें चुनौतियां क्या हैं, इसका बाजार कितना व्यापक है। इन सभी प्रश्नों के जवाब छात्रों को स्कूल में मिलेंगे ही, उन्हें प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा। शासन ने इसका मसौदा तैयार कर लिया है। यह पाठ्यक्रम सीबीएससी व यूपी बोर्ड स्कूलों के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम बनाया जा रहा है। उनके कारोबारी नवोन्मेषी विचारों को उड़ान देने के लिए इस प्रकार के विषय स्कूलों के पाठ्यक्रम में जोड़े जा रहे हैं।
लखनऊ में बनेगा प्रदेश का सबसे बड़ा इंक्यूबेशन सेंटर
आलोक सिन्हा ने बताया कि युवाओं को स्टार्टअप संबंधी प्रशिक्षण देने, कंपनी स्थापित करने व उनके बनाए गए उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के लिए प्रदेश का सबसे बड़ा इंक्यूबेशन स्टार्टअप सेंटर लखनऊ में बनाया जाएगा। इसकी मंजूरी भी मिल गई है।