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सुरक्षा में सेंध : पीएम की विदाई में दूसरे के पास पर फोटो लगा एयरपोर्ट पहुंचे भाजपा नेता पर मुकदमा

पास पर फोटो लगाकर विदाई देने वाले वीवीआइपी लिस्ट में शामिल हो गया था एसपीजी ने पकड़ा मामला।

By AbhishekEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 01:05 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 01:05 PM (IST)
सुरक्षा में सेंध : पीएम की विदाई में दूसरे के पास पर फोटो लगा एयरपोर्ट पहुंचे भाजपा नेता पर मुकदमा
सुरक्षा में सेंध : पीएम की विदाई में दूसरे के पास पर फोटो लगा एयरपोर्ट पहुंचे भाजपा नेता पर मुकदमा

कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का एक बड़ा मामला सामने आया है। नमामि गंगे प्रकल्प के एक पदाधिकारी के पास पर भाजपा नेता पीएम को विदाई देने एयरपोर्ट पहुंच गया। एसपीजी ने उसे पकड़ा लेकिन वह भाग निकला। एसपीजी की तहरीर पर चकेरी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है वहीं सुरक्षा में चूक की जांच शुरू हो गई है।

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विदाई देने के लिए तय थे 22 नाम

चकेरी एयरपोर्ट से विदाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलारानी वरुण, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, सांसद सत्यदेव पचौरी कई विधायक और नमामि गंगे प्रकल्प से जुड़े पदाधिकारियों समेत 22 नाम तय थे। इसमें नमामि गंगे प्रकल्प के कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष शिवबोधन मिश्र का भी नाम था लेकिन वह नहीं आ सके। उनके नाम का पास पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती के गंगा विचार मंच के क्षेत्रीय संयोजक राघवेंद्र सिंह को मिल गया। उस पर अपनी फोटो लगाकर वह एयरपोर्ट पहुंच गए।

एसपीजी के अधिकारी ने लाइन अप में पकड़ा

लाइन अप के समय एसपीजी के एक अधिकारी ने भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आनंद राजपाल से सभी 22 लोगों के बारे में पूछा तो उन्होंने शिवबोधन के न आने की जानकारी दी। एसपीजी ने लिस्ट चेक की तो सभी लोग मौजूद मिले। इस पर एसपीजी ने राघवेंद्र को पकड़ा। उन्होंने पास में छेड़छाड़ की बात स्वीकारी तो खलबली मच गई। मामला गंभीर होते देख राघवेंद्र वहां से गायब हो गए।

पहले से ही थे शक के दायरे में

राघवेंद्र पर एसपीजी को पहले ही शक हो गया था। प्रवेश द्वार पर मांगने के बावजूद उन्होंने परिचय पत्र नहीं दिखाया। अंदर जाते वक्त एक सुरक्षाधिकारी ने पीछे से उन्हें मिश्रा जी कहकर बुलाया तो वह अनसुना कर चले गए। इस पर एसपीजी के अधिकारी नाराज हुए। घटना के बाद जब एसपीजी ने कडिय़ां जोड़ीं तो राघवेंद्र पकड़ में आ गए।

प्रशासन-पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल

प्रशासन व पुलिस दोनों की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। प्रशासन ने विदाई के लिए जो पास जारी किए थे, उनमें किसी की फोटो नहीं थी। इसी का लाभ राघवेंद्र ने उठाया। पकड़े जाने के बाद उनका भागना भी सवाल खड़े कर गया। आरोप है कि उन्हें भगाने में कुछ पुलिसकर्मी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक एसपीजी ने एडीजी, आइजी व एसएसपी के साथ इस घटना की शिकायत गृह मंत्रालय स्तर तक की है। एसएसपी अनंतदेव ने बताया कि एसपीजी की तहरीर पर चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।


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