Move to Jagran APP

लाश के साथ दो दिन तक रहा बेटा, पूछने पर कहता सो रही है मां-तेज न बोलो वरना जाग जाएगी

बिधूना कोतवाली क्षेत्र के भिखरा गांव में घटना के बाद प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव बाहर निकाला तो ग्रामीण सन्न रह गए।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2020 05:07 PM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2020 05:07 PM (IST)
लाश के साथ दो दिन तक रहा बेटा, पूछने पर कहता सो रही है मां-तेज न बोलो वरना जाग जाएगी
लाश के साथ दो दिन तक रहा बेटा, पूछने पर कहता सो रही है मां-तेज न बोलो वरना जाग जाएगी

औरैया, जेएनएन। बिधूना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में एक अजीब-ओ-गरीब घटना ने सभी को झकझोर दिया। अब इसे मां के प्रति बेटे का प्यार कहा जाए या फिर कुछ और...। बुधवार को गांव के लोग उस समय सन्न रह गए, जब पता चला कि मां की लाश के साथ दो दिन तक बेटा घर के अंदर बना रहा और पूछने पर कहता रहा मां सो रही है। ग्राम प्रधान की सूचना पर गांव आई पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और बेटे से पूछताछ की तो वह बहकी बहकी बातें करता रहा। पुलिस ने बीमारी से मौत के कारण बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार करा दिया।

loksabha election banner

हरियाणा में विद्युत विभाग में नौकरी करता है बेटा

यह घटना गांव भिखरा की है, यहां रहने वाले जयप्रकाश तिवारी हरियाणा में विद्युत विभाग में जेई के पद पर तैनात थे। उनकी मौत के बाद इकलौते बेटे संजय को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नौकरी मिल गई थी। गांव में उसकी 80 वर्षीय मां सुमन घर पर अकेली रह रही थी। होली की छुट्टी पर संजय घर आया था और कोरोना वायरस के कारण वापस नहीं गया। उसकी मां कई दिनों से बीमार चल रही थी।

दो दिन से ग्रामीणों ने बाहर नहीं देखा

ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन से सुमन बाहर नहीं निकली थी, इसपर संदेह हो रहा था। इसपर ग्राम प्रधान को जानकारी दी और घर जाकर संजय से पूछा। इसपर संजय ने हर बार यही कहा मां सो रही है। बुधवार को एेसी बातें सुनकर पड़ोसी जगदीश चंद्र ने ग्राम प्रधान उदयवीर वर्मा को जानकारी दी। ग्रामीणों ने घर जाकर संजय से कहा कि मां की मौत हो गई लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाल रामसहाय सिंह गांव पहुंचे और घर के अंदर से बुजुर्ग महिला का शव बाहर निकाला तो सभी सन्न रह गए।

बहकी बहकी बातें करता रहा संजय

पुलिस ने पूछताछ की संजय बहकी बहकी बातें करता रहा। पुलिस ने रिश्तेदारों को सूचना देकर संजय का मानसिक इलाज कराने को कहा। बीमारी से मौत के कारण ग्रामीणों और रिश्तेदारों के कहने पर बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार करा दिया। कोतवाल ने बताया कि ग्रामीणों ने बीमारी से ही मौत होने की बात कही है।

मां उठेंगी तो खाना भी खाएंगी

ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो दिन से संजय की हरकत अजीब से लग रही थीं। जब उन लोगों ने कहा कि मां मर चुकी है तो वह यही कहता रहा है, मां उठेंगी चाय पियेंगी और खाना भी खाएंगी। तुम लोग तेज न बोलो वरना उनकी नींद खुल जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.