मां को चरित्रहीन कहने पर बेटे ने की थी सिलाई कारीगर की हत्या
जाजमऊ में सिलाई कारीगर की हत्या पहली पत्नी के बेटे ने की थी।
जागरण संवाददाता, कानपुर: जाजमऊ में सिलाई कारीगर की हत्या पहली पत्नी के बेटे ने की थी। पुलिस ने आरोपित को शनिवार देर रात बेगमपुरवा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर आलाकत्ल चाकू भी बरामद कर लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपित बेटे ने बताया कि पिता ने मां को चरित्रहीन कहा था इसीलिए हत्या की है।
17 जनवरी की रात को जाजमऊ चौकी से 50 मीटर दूरी पर 50 वर्षीय पटकापुर निवासी सिलाई कारीगर लियाकत अली का रक्तरंजित शव मिला था। पोस्टमार्टम में चाकू से 20 से अधिक वार किए जाने की पुष्टि हुई थी। एसपी पूर्वी शिवाजी ने बताया कि लियाकत करीब 20 साल से नेपाल में सिलाई का काम करते थे। उनकी पहली पत्नी फातिमा बाबूपुरवा में बेटे शहादत हुसैन और बेटी आफरीन के साथ रहती हैं, दूसरी पत्नी फमीदा खातून जाजमऊ स्थित जिन्नातो मस्जिद ऊंचा टीला पर रहती है। मृतक के मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगालने पर जानकारी हुई कि लियाकत के फोन से आखिरी कॉल बेटे शहादत को गई थी। सर्विलांस टीम की मदद से शनिवार को आरोपित के बाबूपुरवा में होने की लोकेशन मिली। इसके बाद पुलिस ने देर रात आरोपित शहादत को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसके पिता ने नेपाल में भी शादी कर रखी है। पिता का आचरण मां के प्रति ठीक नहीं है। वह बुरा भला कहते थे। बहन और उसका भी तिरस्कार करते थे। यह भी आरोप लगाया कि 2004 में पिता ने उसके 7 वर्षीय छोटे भाई गजनफर अब्बास की गला घोंटकर हत्या की थी। जाजमऊ स्थित एक टेनरी में काम करने पर भी वह परेशान करने लगे। 17 जनवरी की रात को पिता ने ही जाजमऊ बुलाया। घटनास्थल पर पहुंचते ही पिता अभद्रता करने लगे और मां को चरित्रहीन बोला। इसीलिए उनकी हत्या कर दी। इसके बाद महोबा में रहने वाली अपनी महिला मित्र के घर चला गया था। उसने बताया कि पहले लियाकत अली ने हमला किया था। आत्मरक्षा में घटना हो गई।