इतना भी बेरहम हो सकता है बेटा, पहले सिर पर मारी साबड़ फिर धड़ से अलग कर दी गर्दन Kanpur News
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई हत्या की भयावह तस्वीर जेल जाते समय आरोपित के चेहरे पर नजर नहीं आई शिकन।
कानपुर, जेएनएन। सजेती क्षेत्र के गांव कुआंखेड़ा में सोमवार को शराब के नशे में धुत रामकिशन ने सबसे पहले मां के सिर पर साबड़ से वार किया था। इसके बाद गर्दन को धड़ से अलग किया। लहूलुहान मुन्नी देवी अचेत हो गई थीं। उसे लगा कि मां मर गई हैं, फिर भी उसने बर्बर तरीके से गर्दन काट डाली। उधर, मंगलवार को जेल जाते समय आरोपित के चेहरे पर दुख के भाव नहीं दिखे।
गर्दन काटने में किए होंगे 25 से 30 वार
शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक मुन्नी देवी के सिर पर चोट का निशान मिला। अनुमान है कि आरोपित ने साबड़ से पहला वार सिर पर ही किया होगा। तेज वार से वह बेहोश हो गई होंगी, इसीलिए उनकी चीख तक नहीं निकली। बेहोशी हालत में राम किशन ने साबड़ से गर्दन काट डाली। डॉक्टरों के मुताबिक हो सकता है कि उसने उनका गला भी दबाया हो, लेकिन गर्दन काटे जाने से इसका पता लगाना मुश्किल है। गर्दन काटने में उसने 25 से 30 वार किए होंगे। थानाध्यक्ष राकेश मौर्य बताते हैं कि रामकिशन को जेल भेज दिया गया है।
हत्या के बाद बोला, कोई नहीं उसके जैसा
पड़ोस में रहने वाला मुन्नी देवी का भतीजा राकेश अब तक समझ नहीं पा रहा है कि रामकिशन ने आखिर कैसे अपनी ही मां को मार डाला। उसने बताया कि रामकिशन जब कटा सिर लेकर बाहर आया तब हत्या की जानकारी हुई। उन लोगों ने उसे दौड़ाया तो वह ट्राली पर चढ़ गया और धमकी दी कि वह दुनिया का सबसे क्रूर आदमी है, कोई उसके जैसा नहीं है। अपनी मां को मार डाला तो कोई और भी नहीं बचेगा। उसका यह रूप देखकर वहां मौजूद लोग डर गए। बाद में जब अधिक लोग एकत्र हुए तो हिम्मत करके उसे पकड़ा गया।
सास की हत्या और पति की गिरफ्तारी पर भी गांव नहीं आई माया
रामकिशन पत्नी माया के मायके जाने के लिए मां को जिम्मेदार मानता था। इसी वजह से उसका मां से झगड़ा होता था। सास की मौत और पति की गिरफ्तारी के बाद भी माया गांव नहीं पहुंची। रामकिशन का परिवार मूलरूप से फतेहपुर के थाना चांदपुर के गांव कखवारा का रहने वाला है। उसके बाबा कुआंखेड़ा गांव में आकर बसे थे। वह शुरू से सनकी किस्म का है। पड़ोसी छोटे लाल का कहना है कि राम किशन व बड़े भाई राम खिलावन का परिवार गांव में ही रहता है। कखवारा में पांच बीघा जमीन में राम किशन एक चौथाई का हिस्सेदार है। उसकी शादी हमीरपुर के गांव दपसौरा निवासी रतीराम की पुत्री माया के साथ हुई थी। पिछले साल अप्रैल में पति की हरकतों से तंग आकर माया अपने पांच वर्षीय पुत्र अखिलेश, तीन वर्षीय पुत्री गौरी व दो वर्षीय नैंसी के अलावा छह माह के पुत्र छोटू के साथ मायके आ गई थी।
रविवार को ही ससुराल से लौटा था राम किशन
पड़ोसी शिवनाथ ने बताया कि कुछ दिन पहले राम किशन ससुराल गया था जहां से रविवार को ही लौटा था। तब से झगड़ा बढ़ गया था। भाभी की हत्या की खबर सुनकर बांदा से आई ननद बिटान बताती हैं कि शराब पीने के बाद राम किशन खंूखार हो जाता था। पहले भी कई बार मां, पत्नी व बच्चों को पीटता रहा है।