इन कामों से बदलेगी कानपुर की तस्वीर और दूर होगा प्रदूषण, शासन से मिले 75 करोड़ रुपये
कानपुर शहर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। इसमें भगवतदास घाट पर एक और विद्युत शवदाह गृह बनवाने के साथ पनकी में मृत जानवरों का निस्तारण विद्युत शवदाह गृह में कराने की तैयारी है। धूल उड़ती सड़कें भी दुरुस्त की जाएंगी।
कानपुर, जेएनएन। शहर में वायु प्रदूषण रोकने को लेकर भगवतदास घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराने का खाका तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा मरे जानवरों के निस्तारण को लेकर भी विद्युत शवदाह गृह बनाया जाएगा। साथ ही नालों के किनारे कच्चे स्थानों पर टाइल्स और धूल उड़ती सड़कों को ठीक किया जाएगा। चौराहों पर फव्वारे भी लगाए जाएंगे।
प्रयागराज की तर्ज पर नगर निगम कानपुर भी शहर में वायु प्रदूषण रोकने के लिए खाका तैयार कर रहा है। इसके लिए 75 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें 75 लाख से भगवतदास घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह बनाने की तैयारी है। अभी शहर में भैरोघाट में दो (दूसरा अभी चालू नहीं) और भगवतदास घाट में एक विद्युत शवदाह गृह है। वहीं, भाऊसिंह पनकी में कूड़ा निस्तारण प्लांट में मरे जानवरों के निस्तारण के लिए विद्युत शवदाह गृह बनाया जा रहा है। मुख्य अभियंता एसके सिंह ने सभी अधिशासी अभियंताओं को आदेश दिए हैं कि वायु प्रदूषण रोकने को 75 करोड़ और कूड़ा निस्तारण व पेयजल के लिए 75 करोड़ रुपये मिले हैं। मिली धनराशि से विकास वाले कार्यों का प्रस्ताव तैयार किया जाए।
नालों का कच्चा भाग होगा पक्का : टेफ्को नाला, परमिया नाला, सीओडी नाला, आइसीआइ नाला, गंदा नाला, हलवाखाड़ा व पनकी नाला के किनारे टाइल्स लगाई जाएंगी ताकि धूल न उड़े।
यहां लगेंगे फव्वारे : बारादेवी चौराहा, गोल चौराहा, बर्रा आठ, श्यामनगर चौराहा, बाकरगंज चौराहा, आजाद चौराहा, रतनपुर में फव्वारे लगाने की सूची बनाई गई है। लगे फव्वारे होंगे ठीक - किदवईनगर चौराहा, घंटाघर चौराहा, नरोना चौराहा, चार्लिस चौराहा फूलबाग, मेघदूत चौराहा, भगवतदास तिराहा, ग्वालिन चौराहा स्वरूप नगर, गोल चौराहा, बकरमंडी चौराहा, चावला चौराहा गोविंद नगर, शास्त्रीनगर चौराहा और नीरक्षीर चौराहा काकादेव।
सड़कें भी होंगी ठीक - शहर के प्रमुख दो दर्जन सड़कों को भी दुरुस्त किया जाएगा। अर्बन टी - दस चौराहों पर अर्बन टी (एयर प्यूरीफायर) लगेंगे।
अभी तक हुआ काम : ब्रह्मनगर चौराहा पर एयर प्यूरीफायर और हैंगिंग गार्डन लगाया गया। गोल चौराहे से कोकाकोला चौराहा तक डिवाइडर पर पौधे लगाए गए। तीन स्वीपिंग मशीन और दो वाटर गन मशीन खरीदी गई हैं।
- वायु प्रदूषण रोकने और पेयजल व कूड़ा निस्तारण को मिली धनराशि से विकास कराने के लिए अधिशासी अभियंताओं से प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है।-एसके सिंह, मुख्य अभियंता नगर निगम