हमीरपुर के मौदहा में तनाव भरी शांति, सुनाई दे रही सिर्फ बूटों की धमक
अफसरों के साथ आरएएफ और पीएसी के जवानों ने संवेदनशील इलाके की सड़कों पर मार्च किया। ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। पुलिस ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी।
कानपुर (जेएनएन)। मौदहा कस्बे में ऐतिहासिक कंस वध मेले की शोभायात्र को लेकर हुए उपद्रव के बाद बुधवार को तनाव भरी शांति का माहौल बना है। हर गली और सड़क पर सिर्फ बूटों की धमक सुनाई दे रही है। सिर्फ पुलिस के जवान और उनकी गाडिय़ां ही नजर आ रही है। एडीजी इलाहाबाद, डीआइजी बांदा, डीएम, एसपी समेत एक कंपनी आरएएफ व चार बटालियन पीएसी के जवानों ने संवेदनशील इलाके की सड़कों पर मार्च किया।
यहां से शुरु हुआ विवाद
मौदहा कस्बे में सोमवार को ऐतिहासिक कंस वध मेला का आयोजन था। आयोजकों ने गाजे-बाजे के साथ शोभायात्र लेकर गुड़ाही बाजार पहुंचे तो दूसरे पक्ष के लोगों ने रास्ते से सिर्फ डोला ही निकलने की बात कहकर उन्हें रोक दिया। इससे दोनों पक्षों के बीच तनातनी की स्थिति बन गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने शोभायात्रा को रोक दिया था। यहां से विवाद शुरू हुआ तो बढ़ता ही चला गया।
मंगलवार शाम हुआ था उपद्रव, पुलिस ने चलाई लाठियां
मंगलवार को जनप्रतिनिधियों के अलावा पुलिस प्रशासन भी मौजूद था। आयोजक शोभायात्रा निकालने की तैयारी में थे। प्रशासन ने विवादित स्थल के आसपास पुलिस तैनात कर बैरीकेङ्क्षडग करा दी थी। इसपर दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग फिर एकत्र हो गए। शाम 5 बजे शोभायात्र देवी चौराहा की ओर बढ़ी तो रोक दिया गया। इसके बाद लोगों ने पथराव कर दिया और भगदड़ मच गई। पुलिस ने भी स्थिति नियंत्रण करने के लिए लाठियां चलाईं। स्थिति बेकाबू होने पर आंसू गैस के गोले व हवाई फायरिंग की थी। मौदहा कोतवाली में दस नामजद व दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
कम नहीं हुआ तनाव, फोर्स तैनात
बुधवार सुबह से कस्बे में भारी तनाव का माहौल बरकरार रहा। पुलिन ने मंगलवार रात कई घरों में दबिश दी और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। लोगों ने पुलिस पर घरों में तोडफ़ोड़ करने का भी आरोप लगाया है। कस्बे की सभी दुकानें बंद रहीं। संवेदनसील इलाको में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। एडीजी एसएन साबत ने सभी से अपील की है कि आपस मे सामजंस्य बनाए रखें ताकि सौहार्द कायम रहे।