बिना बिजली के स्कूल सोलर ऊर्जा से होंगे जगमग
जागरण संवाददाता, कानुपर: जिन सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में अभी तक बिजली नह
जागरण संवाददाता, कानुपर: जिन सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची हैं, वहां जल्द इसकी व्यवस्था की जाएगी। पावर कारपोरेशन ने फैसला लिया है कि ऐसे स्कूल जहां बिजली पहुंचना मुश्किल है, वहां सोलर पैनल से जगमग किया जाएगा।
प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बिजली पहुंचाने की कवायद पिछले कई सालों से की जा रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। इस मामले में स्वयंसेवी संगठन हरिजन महिला ने हाईकोर्ट में एक अवमानना याचिका दायर की थी, जिसमें स्कूलों में बिजली कनेक्शन न होने के होईकोर्ट के पूर्व के आदेश को न मानने का आरोप लगाया था। इसके बाद शासन ने परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन देने का आदेश दिया है। पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक विशाल चौहान ने सभी डिस्कॉम के लिए कनेक्शन देने के नए नियम तय किए हैं।
यह हैं नियम
1. जहां विद्युत लाइनें स्कूलों से 40 मीटर के अंदर हैं, वहां कनेक्शन सीधे होंगे। कनेक्शन का पैसा शिक्षा विभाग देगा।
2. जहां विद्युत लाइनें स्कूलों से 40 मीटर से बाहर हैं, वहां नियामक आयोग द्वारा अनुमोदित कास्ट डाटा बुक के अनुसार जमा योजना के हिसाब से शिक्षा विभाग द्वारा धनराशि प्राप्त होने पर कनेक्शन दिया जाएगा।
3. शिक्षा विभाग द्वारा पैसा मिलने के बाद पहले उन स्कूलों में कनेक्शन दिया जाएगा, जो कि 40 मीटर के अंदर हैं।
4. जो परिषदीय स्कूल विद्युत प्रणाली से बाहर हैं, वहां सौर ऊर्जा पैनल लगाकर बिजली सप्लाई दी जाएगी।