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लोकसभा चुनाव में बढ़ गई डिमांड, शातिरों ने 15 दिन में बेच दिए 80 अवैध तमंचे

अब बिधनू में पकड़ी गई तमंचा फैक्ट्री तीन शातिर गिरफ्तार।

By AbhishekEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 08:58 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:06 AM (IST)
लोकसभा चुनाव में बढ़ गई डिमांड, शातिरों ने 15 दिन में बेच दिए 80 अवैध तमंचे
लोकसभा चुनाव में बढ़ गई डिमांड, शातिरों ने 15 दिन में बेच दिए 80 अवैध तमंचे

कानपुर, जेएनएन। शहर में चार दिन के अंदर दूसरी अवैध तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। होली वाले दिन स्वाट टीम ने गंगा बैराज के पास तमंचा बनाने वालों को गिरफ्तार किया था, वहीं तीसरे दिन बिधनू में तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई है। पुलिस ने तीन शातिरों को गिरफ्तार कर अवैध असलहे और अधबने तमंचे बरामद किए हैं। हत्थे चढ़े एक शातिर ने तो चुनाव में डिमांड बढऩे और पंद्रह दिन में अस्सी अवैध तमंचों की बिक्री किए जाने की जानकारी दी है। इसके बाद से पुलिस ने भी धरपकड़ की सक्रियता बढ़ा दी है।

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बिधनू थाना पुलिस ने सूचना पर सेन पश्चिम पारा गांव में शनिवार की रात छापा मारा। एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि गांव में अवैध रूप से असलहा बनाते कठारा निवासी मनोज, बैजूपुरवा निवासी उमाशंकर व घाटमपुर भदरस निवासी गोरेलाल को गिरफ्तार किया गया है। गोरेलाल के खिलाफ घाटमपुर थाने में चोरी, गैर इरादतन हत्या, हत्या का प्रयास, शस्त्र अधिनियम के मुकदमे दर्ज हैं। मनोज के खिलाफ अनवरगंज थाने में शस्त्र अधिनियम के दो मुकदमे दर्ज है। थाना प्रभारी बिधनू अनुराग सिंह ने बताया कि मनोज गिरोह का सरगना है, उसी की देखरेख में फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। दो फरार साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। मौके से दस बने तमंचे, असलहा बनाने के उपकरण और नाल में प्रयोग होने वाली रॉड आदि बरामद की गई है।

होली पर भी पकड़े थे शातिर

स्वाट टीम और नवाबगंज पुलिस ने होली के दिन गंगा बैराज-बिठूर रोड पर फर्रुखाबाद में अवैध असलहा फैक्ट्री चला रहे दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से 12 तमंचे, एक बंदूक, दो दर्जन कारतूस व असलहा बनाने के उपकरण बरामद किए थे। पकड़े गए फर्रुखाबाद कंपिल निवासी चंद्रभान शाक्य और अमित मिश्रा उर्फ नन्हे शुक्लागंज (उन्नाव) में फैक्ट्री लगाने जा रहे थे।

15 दिन में बेचे 80 तमंचे

चंद्रभान ने बताया था कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद तमंचे की डिमांड बढ़ गई है। 15 दिन में ही वह करीब 80 तमंचे उन्नाव, फतेहपुर, रायबरेली व कानपुर नगर में बेच चुके हैं।

1000 से 1200 रुपये में बिकता तमंचा

आरोपितों ने बताया कि एक असलहा 1000 से 1200 रुपये में बदमाशों को बेचते हैं और बदमाश उसे 1500 से 2000 रुपये तक बेच देते हैं। सीओ ने बताया कि कुछ बदमाशों के नाम पता लगे हैं जो लगातार असलहा खरीद रहे हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

पहले भी हो चुकी कार्रवाई

पिछले साल जुलाई में पुलिस ने असलहा फैक्ट्री संचालक बगदौधी बांगर मंधना निवासी पिता-पुत्र चोहल सिंह व अमित समेत तीन आरोपितों को जेल भेज था। इसके बाद पांच आरोपितों को अक्टूबर व नवंबर में बेकनगंज और नौबस्ता में भी पकड़ा गया, लेकिन असलहों की तस्करी बंद नहीं हुई।


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