Sikh Riots Kanpur: समय से जांच पूरी करने के लिए एसआइटी को कार्यकाल बढ़ाने की सिफारिश पर मिली स्वीकृति
कानपुर में बकायदा एसपी सीएसआइटी की तैनाती भी की गई। अभी गवाही पूरी नहीं हो पाई है इसी वजह से एसआइटी के अध्यक्ष ने शासन से कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ाने की गुजारिश की थी। इस पर उनकी सिफारिश को स्वीकृति मिल गई है।
कानपुर, जेएनएन। 1984 में कानपुर में हुए सिख दंगे की जांच के लिए गठित एसआइटी का कार्यकाल छह माह के लिए शासन ने बढ़ा दिया है। इस संबंध में एसआइटी के अध्यक्ष को अवगत भी करा दिया गया है ।
उल्लेखनीय है कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कानपुर के दर्शन पुरवा फजलगंज ,शास्त्री नगर, गडरियन पुरवा ,गुमटी आदि इलाकों में दंगा भड़क गया था। इस दंगे में करीब दो दर्जन लोगों की हत्या की गई थी। करोड़ों रुपए के सामान लूट लिए गए थे।
शासन ने सिफारिश को दी स्वीकृति
सिखों की मांग पर योगी सरकार ने एसआइटी की जांच का आदेश दिया और सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। कानपुर में बकायदा एसपी सीएसआइटी की तैनाती भी की गई। अभी गवाही पूरी नहीं हो पाई है इसी वजह से एसआइटी के अध्यक्ष ने शासन से कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ाने की गुजारिश की थी। इस पर उनकी सिफारिश को स्वीकृति मिल गई है। 27 नवंबर से 6 माह के लिए कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। इस अवधि में एसआइटी अपनी जांच पूरी करेगी और रिपोर्ट देगी। पीडि़तों से भी कहा गया है कि जो भी चश्मदीद गवाह हैं उन्हेंं जल्द पेश करें साथ ही अपनी गवाही भी कराएं करें ताकि समय से जांच पूरी हो सके।