एक्सप्रेस रोड में शार्ट सर्किट से आग, सात दुकानें राख
कैनाल पटरी ( एक्सप्रेस रोड) पर गुरुवार सुबह शार्ट सर्किट से लगी आग में सात दुकानें राख हो गई। करीब एक करोड़ रुपये का माल आग की भेंट चढ़ गया। दो दुकानदारों का परिवार लपटों में फंस गया, जिन्हें स्थानीय लोगों ने निकाला। डेढ़ घटे बाद दमकल गाड़ियां पहुंचीं और ढाई घटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कैनाल पटरी ( एक्सप्रेस रोड) पर गुरुवार सुबह शार्ट सर्किट से लगी आग में सात दुकानें राख हो गई। करीब एक करोड़ रुपये का माल आग की भेंट चढ़ गया। दो दुकानदारों का परिवार लपटों में फंस गया, जिन्हें स्थानीय लोगों ने निकाला। डेढ़ घटे बाद दमकल गाड़ियां पहुंचीं और ढाई घटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कैनाल पटरी (एक्सप्रेस रोड) पर आनंदपुरी निवासी अमोल गुप्ता की तेल, घी व रिफाइंड की चर्चित ट्रेडर्स नाम से दुकान है। गुरुवार सुबह करीब साढ़े चार बजे दुकान के बाहरी हिस्से में बिजली के तारों में शार्ट सर्किट से आग लगी। तेल-घी से भरे टिन और ड्रम फटने से आग भड़क उठी। पड़ोस में सगे भाइयों राजेश गुप्ता व रमेश गुप्ता की लइया-चना व जनरल मर्चेट की दुकानें भी आग की चपेट में आ गई। इसी बीच लइया की गाड़ी लेकर आए चालक ने शोर मचाकर दुकान के ऊपर रह रहे राजेश के परिवार को आग की जानकारी दी। राजेश की पत्नी सुषमा ने लपटें देख शोर मचाकर अपने और देवर के परिवार को जगाया। स्थानीय लोगों की मदद से सभी को बाहर निकाला गया। पुलिस व फायर ब्रिगेड को फोन कर सूचना दी गई। दमकल गाड़िया सवा छह बजे के बाद आई। तब तक पड़ोस में अनिल गुप्ता की पन्नी की दुकान, ऊपर मसाले की दुकान व पीछे एक्सप्रेस रोड की तरफ व्यापार मंडल के इखलाक मिर्जा की दोना-पत्तल की दुकान व उनके भाइयों अनीस व मुजीब मिर्जा की नमकीन-बिस्किट की दुकान एआर ट्रेडर्स व भारत स्वीट्स एंड नमकीन में भी आग लग गई। दमकल कर्मियों ने करीब ढाई घंटे मशक्कत के बाद आग बुझाई। सीएफओ एमपी सिंह ने कहा कि सूचना करीब सवा छह बजे मिली। 10 मिनट में दमकल गाड़ियां पहुंच गई थीं। अमोल गुप्ता ने 70-80 लाख और अन्य व्यापारियों ने चार से आठ लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान होने की जानकारी दी।
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चार फायर स्टेशनों से आईं गाड़ियां
पहले लाटूश रोड स्टेशन से तीन गाड़ियां पहुंचीं। इसके बाद मीरपुर, फजलगंज, कर्नलगंज से भी गाड़ियां बुलवाई गईं। एक दर्जन गाड़ियों ने दोनों तरफ से पानी डाल आग बुझाई।
कॉपी-किताबें भी जल गईं
व्यापारी राजेश व उनके भाई रमेश की दुकानों के साथ गृहस्थी भी जल गई। दोनों के चार बच्चे हैं। उनकी कॉपी-किताबें तक नहीं बचीं। पीडि़तों ने कहा कि समय से दमकल गाड़ी आ जाती तो घर बच जाता।