उद्घाटन के बाद भी चालू न हुई सीवर लाइन
जागरण संवाददाता, कानपुर : करोड़ों रुपये खर्च कर सीवर लाइन पड़ने के बाद भी विश्वबैंक के बाशिं
जागरण संवाददाता, कानपुर : करोड़ों रुपये खर्च कर सीवर लाइन पड़ने के बाद भी विश्वबैंक के बाशिंदे ठगा महसूस कर रहे हैं। ढाई माह पहले 16.71 करोड़ रुपये से पड़ी सीवर लाइन का उद्घाटन भी कर दिया गया है लेकिन, अभी तक नहीं चालू हुई है। मौके पर अभी तक काम ही नहीं पूरा हुआ है। हालत यह है कि बिना बारिश के ही चोक सीवर लाइन के कारण घरों में गंदा पानी भरा हुआ है। बारिश के नाम से लोगों को डर सताने लगता है। बारिश में क्षेत्र टापू बन जाता है।
विश्वबैंक में लगे जागरण आपके द्वार में लापता सीवर लाइन से परेशान दर्जनों लोगों ने अफसरों और क्षेत्रीय पार्षद को समस्या बताई। सीवर लाइन का उद्घाटन 24 जनवरी को उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या कर चुके हैं लेकिन, इसके बाद भी नहीं चालू हुई है। काम को देखते हुए नहीं लगता है कि इस बारिश में भी लोगों को निजात मिल पाएगी। सीवर लाइन चालू हो जाए तो दो लाख से ज्यादा लोगों का लाभ मिलेगा।
क्षेत्र में पार्क के नाम पर उबड़-खाबड़ मैदान पड़े हैं। बाउंड्रीवाल नहीं है तो किसी में सबमर्सिबल पंप न होने के चलते पौधे सिंचाई के अभाव में सूख रहे हैं। कई पार्को व ग्रीन बेल्ट में लोगों ने कब्जा कर रखा है। गहरे नाले बना दिए गए हैं लेकिन, उन पर स्लैब नहीं डाली गई है। लोगों के गिरने का खतरा बना रहता है।
खाली भूखंड बने कूड़ाघर
क्षेत्र में कूड़ाघर न होने के चलते लोगों ने खाली पड़े भूखंडों को कूड़ाघर बना दिया है। आस-पास रहने वालों का जीना मुश्किल हो जाता है। इसको लेकर अक्सर लोगों के बीच में मारपीट तक होती है। क्षेत्रीय लोगों ने केडीए से मांग की है कि भूखंडों पर निर्माण न करने वालों के आवंटन निरस्त कर दिए जाएं। साथ ही कूड़ाघर बनाया जाए।
केंद्र व राज्य के बीच में फंसी गंदगी
केंद्र व राज्य के बीच में गंदगी फंसी पड़ी है। विश्वबैंक बर्रा से लगी बरौनी पेट्रोल लाइन गुजरती है। यह जगह केंद्र सरकार के अधीन आती है। ऐसे में नगर निगम वहां पड़े कूड़े को नहीं उठाता है। क्षेत्रीय लोगों ने इसकी शिकायत जागरण आपके द्वार में अफसरों से की।
क्षेत्र का हाल
मोहल्ले- विश्वबैंक का ई डी एच, एच वन, बर्रा आठ ए व बी
वार्ड -45
आबादी- 55 हजार
विशेषता
विश्वबैंक की सहायता से पहली बनी कालोनी
क्या कहते जिम्मेदार
कागज में ही सीवर लाइन डाल दी गई है। यह चालू हो जाए तो जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी। कई काम रुके पड़े हैं। सीवर लाइन चालू करने को लेकर केडीए में हल्ला बोला जाएगा।
-अर्पित यादव पार्षद वार्ड 45 सीवर समस्या से जुड़ी तमाम शिकायतें आई हैं। अभी केडीए ने सीवर लाइन चालू करके जलकल को हस्तानांतरित नहीं की है। इसको लेकर जलकल के माध्यम से केडीए को पत्र भेजा जाएगा। बाकी शिकायतों का भी प्राथमिकता के आधार निस्तारण किया जाएगा।
-विनय राय जोनल प्रभारी जोन पांच नगर निगम जनता की जुबानी
गुलाब गार्डन उजड़ा पड़ा है। पार्को को भूगर्भ जल संरक्षण के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। छोटे तालाब बनाए जा सकते हैं। इसके लिए सभी को जागरूक होना होगा।
-अशोक श्रीवास्तव
बरातशाला का काम आधा ही छोड़ दिया गया है। सीवर लाइन का काम केवल कागज में पूरा दिखाया जा रहा है। अभी तक चालू नहीं हुई है।
-उमाकांत
गुलाब गार्डन में पानी की व्यवस्था नहीं है। राम गोपाल चौराहा से ब्लिस हास्पिटल चौराहा तक ग्रीन बेल्ट का सुन्दरीकरण कराया जाए। पौधे गायब हैं, भूमि पर कब्जे हैं।
-उर्मिला सचान
शिवा सरोजनी सेंटर पार्क में सबमर्सिबल पंप कई दिन से बंद पड़ा है। पार्क के पौधे पानी न मिलने से सूख रहे हैं और जनता भी पीने के पानी के लिए जूझ रही है।
-मंजू दीक्षित
क्षेत्र में एक तो पानी आता नहीं है, जो आता भी है तो दूषित। कई बार शिकायत कर चुके हैं। गर्मी में पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाता है।
-प्रेमलता पाण्डेय
सीवर लाइन चालू कराने के साथ ही जगह-जगह फैली गंदगी से निजात दिलाई जाए। कूड़ाघर बनाए जाए। खाली भूखंडों में कूड़ा डाले जाने से आस-पास के रहने वालों को दिक्कत होती है।
-ईशान शर्मा
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जागरण सुझाव
0 सफाई कर्मचारी अभी 21 हैं, 80 किए जाएं।
0 सीवर सफाई मात्र 3 है, संख्या 25 की जाए।
0 बंद पड़े 20 हैंडपंप चालू कराए जाएं।
0 16.71 करोड़ रुपये की सीवर लाइन चालू कराई जाए।
0 बरसात से पहले नालों को साफ कराया जाए।
0 जर्जर पेयजल लाइनों को ठीक कराया जाए। नए और बंद हैंडपंप चालू कराए जाएं।
0 पार्को का सौंदर्यीकरण कराने के साथ ही अतिक्रमण हटाया जाए।
0 भूखंडों पर कूड़ा न डाला जाए। सफाई न होने से मच्छरों का आतंक बढ़ गया है।
0 सड़कों को गढ्डा मुक्त कराया जाए।
0 घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था की जाए।
0 आवारा जानवरों को पकड़ा जाए ताकि लोगों को निकलने में दिक्कत न हो।
0 फुटपाथ से अतिक्रमण हटा जाए। सड़कों को चौड़ा किया जाए।
ये अफसर थे मौजदू
जोनल प्रभारी विनय राय, जोनल स्वास्थ्य अधिकारी ओम पाल सिंह, सहायक अभियंता जगत पाल सिंह, जलकल अधिशासी अभियंता योगेश श्रीवास्तव व अवर अभियंता राजकुमार पाल, सेनेटरी इंस्पेक्टर सुशील कुमार गुप्ता
ये आई समस्याएं
नगर निगम - 132
जलकल विभाग - 55
केडीए - 135
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शिकायत आते ही शुरू हुई सफाई
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने शिकायत आने पर बर्रा आठ में गंदगी से पटी पड़ी नाली की सफाई कराई और निकली गंदगी को साफ कराया। क्षेत्रीय जनता ने कहा कि ऐसे रोज होने लगे तो क्षेत्र चमक जाएगा।