Move to Jagran APP

कबाड़ में बिकने लायक ही बचीं बसें

सिटी बसें दौड़ने की स्थिति में थीं लेकिन अफसरों की नियत नहीं थी उन्हें चलाने की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 01:49 AM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 01:49 AM (IST)
कबाड़ में बिकने लायक ही बचीं बसें
कबाड़ में बिकने लायक ही बचीं बसें

जागरण संवाददाता, कानपुर : सिटी बसें दौड़ने की स्थिति में थीं लेकिन अफसरों की नियत नहीं थी उन्हें चलाने की। बसों के एक-एक पुर्जे निकालकर दूसरी बसों में लगाते गए और अच्छी भली बसों को फजलगंज नगर बस डिपो और विकास नगर डिपो में डंप करते गए। कुल मिलाकर डंप 150 में से करीब 60 बसें धूप, बारिश झेलकर जंग से इतनी जर्जर हो चुकी हैं कि सिर्फ कबाड़ में बिकने लायक ही बची हैं।

loksabha election banner

फजलगंज नगर बस डिपो का आलम ये रहा कि रात में बस मार्ग से वापस आई और सुबह बस के नये टायर गायब और उसके स्थान पर पुराने टायर लगे मिले। इसी तरह बसों की बैट्री ही निकाल ले गए। फजलगंज डिपो में 30 से अधिक ऐसी सिटी बसें हैं जिनका जर्जर ढांचा ही बचा है क्योंकि पुर्जे निकालकर दूसरी बसों में लगा दिए गए।

--------------

बसों के एसी और कैमरे भी गायब

विकास नगर डिपो में खड़ी दस लो फ्लोर एसी बसों में से अधिकांश बसों के एसी, कैमरे, इलेक्ट्रॉनिक्स डिस्प्ले गायब हो गए है। इनमें कई लो फ्लोर बसें कबाड़ हो गई और उनके पुर्जे निकाल लिए गए। यहां भी करीब 30 बसों की बॉडी तक गल गई है।

....

शेड में होतीं तो शायद बच जातीं

बसें अगर शेड के नीचे खड़ी होतीं तो शायद इनकी इतनी दुर्दशा नहीं होती। अभी खुले में तो बसें सीधे बारिश और धूप लगने से ज्यादा खराब हो रही हैं।

लेखा-जोखा आग के हवाले

सिटी बसों के कितने टायर रिकार्ड में हैं, कितने खराब है, कितने अच्छे है, इसका रिकार्ड मिटाने के लिये कुछ माह पूर्व फजलगंज नगर बस डिपो के टायर गोदाम को आग के हवाले कर दिया गया।

-----------

''सिटी बसों को चलाने के लिए सरकार ने करीब तीन करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बसों को सुचारू रूप से चलाने की तैयारी हो चुकी है। जो बसें चलने लायक हैं, उनकी मरम्मत कराकर उन्हें सड़क पर उतारा जाएगा। अगले माह तक 200 सिटी बसें मार्ग पर चलने लगेंगी। - अजीत सिंह, ज्वाइंट डायरेक्टर, नगर विकास


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.