सीओडी पुल की दूसरी लेन का अभी करना होगा इंतजार, निर्माण कंपनी को हटाने की तैयारी
11 साल में दूसरी कंपनी पर हुई कार्रवाई फिर भी नहीं बना पुल रिवाइज्ड एस्टीमेट पर दोबारा टेंडर।
कानपुर, जेएनएन। सीओडी पुल का काम धीमी गति से चलने से नाराज पीडब्ल्यूडी (एनएच) निर्माण कंपनी से करार खत्म करने की तैयारी कर रहा है। 11 साल से बन रहे इस पुल का अभी 30 फीसद कार्य बाकी है। जबकि समय से काम न करने के चलते हटाई जाने वाली यह दूसरी कंपनी है।
नवंबर 2008 से सीओडी पुल का निर्माण चल रहा है। पहले हैदराबाद की विश्वा इन्फ्रास्टक्चर कंपनी को ठेका दिया गया था, लेकिन मानक और समय पर काम न करने पर पीडब्ल्यूडी (एनएच) ने नवंबर 2012 को कंपनी से काम छीन लिया। इसके बाद अमेठी की एसएच इंफ्राटेक कंपनी को काम सौंपा गया। छह साल गुजर जाने के बाद भी यह कंपनी भी काम पूरा नहीं कर पायी है। दो साल में होने वाला काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। अभी भी पुल के दो लेन का निर्माण होना बाकी है।
बार बार कहने के बाद भी काम की गति न बढ़ाने से नाराज पीडब्ल्यूडी कंपनी के साथ करार खत्म करने का फैसला लिया है। इसके लिए कंपनी को नोटिस दे दी गई है। विभाग के अधिशासी अभियंता एसपी ओझा ने बताया कि कुल 38 करोड़ रुपये का करार हुआ था। अब तक कंपनी पर कुल धनराशि का दस फीसद जुर्माना लगाया जा चुका है। बोले एक पिलर व चार स्लैब ढालने का काम अभी होना है।
फिर से होगा टेंडर
दोबारा टेंडर कराने की तैयारी में अफसर जुट गए हैं। इसके लिए रिवाइज्ड कॉस्ट एस्टीमेट बनेगा। इसके आधार पर टेंडर कराया जाएगा।
लगेगा जुर्माना
इसके अलावा कंपनी पर लापरवाही के चलते भारी जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही जमानती धनराशि 3.86 करोड़ रुपये जब्त होगी।
बोले जिम्मेदार
एसएच इंफ्राटेक से करार खत्म करने की तैयारी पूरी है। कंपनी को इस संबंध में नोटिस दिया गया है। अब जल्द दोबारा टेंडर कराएंगे।
-साजिद उस्मानी, एसई, एनएच पीडब्ल्यूडी
सीओडी फोरलेन ओवरब्रिज
लंबाई टाटमिल छोर - 350 मीटर
लंबाई रामादेवी छोर - 400 मीटर
रेलवे का भाग - 25 मीटर
कुल खंभे बनेंगे - 165
लागत - 38 करोड़ रुपये वर्तमान
सीओडी क्रासिंग का हाल
मोहल्ले जुड़ते- 25
रोज भारी वाहन गुजरते- 25,000
हल्के वाहन गुजरते - 2, 60,000
रिक्शा-साइकिल गुजरते - 45,000
यह पुल बन गए
सीओडी पुल के बाद बने समानान्तर गोविंदपुरी पुल, समानांतर दादानगर पुल और समानांतर शुक्लागंज पुल बन चके हैं।
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