चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर में रैगिंग को लेकर बवाल-तोडफ़ोड़
जूनियर्स की शिकायत के बाद शिक्षकों ने सीनियर्स को जमकर पीटा तो गुस्साए 100 से अधिक सीनियर छात्रों ने फारमर्स (किसान) गेस्ट हाउस पर धावा बोल दिया।
कानपुर (जेएनएन)। चंद्रशेखर आजाद (सीएसए) कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रैगिंग को लेकर कई दिनों से सुलग रही चिंगारी ने बुधवार को विकराल रूप ले लिया। जूनियर्स की शिकायत के बाद शिक्षकों ने सीनियर्स को जमकर पीटा तो गुस्साए 100 से अधिक सीनियर छात्रों ने फारमर्स (किसान) गेस्ट हाउस पर धावा बोल दिया।
वहां के खिड़की दरवाजों को हॉकी, डंडे और पत्थर मारकर तोड़ दिया। अंदर सो रहे जूनियर्स को हॉल से निकालकर पीटा गया। मुर्गा बनाकर गालियां दी गईं। इस दौरान वाहन पलटा दिए गए और कई बाइक तोड़ दी गईं। हमलावरों ने गेस्ट हाउस में एक घंटे तक बवाल किया। मारपीट में आधा दर्जन छात्र घायल हो गए। सीनियर्स को रोकने का प्रयास कर रहे सुरक्षाकर्मियों की भी पिटाई की गई। ड्यूटी पर तीन सुरक्षाकर्मी थे, जिसमें से दो को मामूली चोटें आईं, जबकि एक का पैर टूट गया और सिर पर गंभीर चोटें आईं।
उन्हें काकादेव के नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया। घटना के बाद कुलपति प्रो.सुशील सोलोमन, डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर्स प्रो. डीके सिंह, प्रो.वेदरतन समेत विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसर तथा वार्डन मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत कराया। गेस्ट हाउस में बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। सीओ स्वरूप नगर, नवाबगंज इंस्पेक्टर ने भी मौके पर जांच की। पीडि़त छात्रों के बयान लिए। घटना को लेकर देर शाम तक अधिकारियों में बैठक होती रही।
क्या हुआ मामला, क्यों भड़के छात्र
उत्तर प्रदेश कंबाइंड एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी एंट्रेंस टेस्ट (यूपीकैटेट) में सफल छात्रों को काउंसिलिंग के लिए 17 जुलाई को बुलाया गया। छात्रों ने विवि में दाखिले की प्रक्रिया पूरी की। रेनोवेशन के चलते उन्हें हॉस्टल आवंटित नहीं हो सका, जिसकी वजह से उन्हें फारमर्स गेस्ट हाउस में ठहराया गया। पहले दिन से ही नए छात्रों की रैगिंग शुरू हो गई। कभी उन्हें रास्ते में सीनियर्स ने रोका तो कभी गेस्ट हाउस में परेशान किया। जूनियर्स की शिकायत पर डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर्स, वार्डन, एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्य सक्रिय हो गए। रात दो बजे तक गेस्ट हाउस की निगरानी तेज हो गई। तीन सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई।
उसके बाद भी रैगिंग रुकी नहीं। सीनियर छात्रों ने गेस्ट हाउस की खिड़कियों के शीशे तोड़ डाले। पानी की टंकी क्षतिग्रस्त कर दी। मंगलवार रात 1.30 बजे फिर से पथराव हुआ। जूनियर छात्रों ने वार्डन और अन्य अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। कुछ ही देर में फैकल्टी और एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों ने कर्पूरी ठाकुर और आरएसआर छात्रावास में सर्च अभियान चलाया। फैकल्टी को आता देख छात्र वहां से भाग गए। शिक्षकों ने कई छात्रों की डंडों से पिटाई कर दी, जिसमें द्वितीय वर्ष के फर्रुखाबाद निवासी अवनीश, गोंडा के राजेश जायसवाल, हरदोई के जितेंद्र यादव समेत कई छात्र घायल हो गए।
साथियों की पिटाई से नाराज सीनियर छात्रों ने समूह बनाकर सुबह चार बजे फारमर्स गेस्ट हाउस पर हमला बोल दिया। कई छात्र चेहरे ढंके थे। पिटाई में प्रथम वर्ष के बरेली के अभिषेक सिंह, आदित्य और सदाराम भी घायल हो गए।
पिछले वर्ष भी हुआ था उपद्रव पर नहीं लिया सबक
सीएसए में पिछले वर्ष भी रैगिंग को लेकर बड़ा बवाल हुआ था। छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। कई छात्र दीवार फांदकर परिसर से जान बचाकर भागे थे। इस घटना से भी कोई सबक नहीं लिया गया, नतीजा इस वर्ष फिर बवाल हो गया।
''फारमर्स गेस्ट हाउस की घटना की जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वार्डन और फैकल्टी को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। - प्रो. सुशील सोलोमन, कुलपति, सीएसए कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि
''प्रथम दृष्टया जूनियर और सीनियर के बीच मारपीट का मामला लग रहा है। रैगिंग के पहलू पर भी जांच की जा रही है। अब तक किसी की ओर से तहरीर नहीं आई है। - अभयनारायण राय, सीओ, स्वरूप नगर