नहीं आया मासूमों पर तरस, फीस के लिए स्कूल प्रबंधन ने गेट के बाहर किया खड़ा Kanpur News
स्कूल पहुंचे पिता ने बच्चों को गेट के बाहर रोते देखकर हंगामा किया।
कानपुर, जेएनएन। सरकार द्वारा निजी स्कूलों में मोटी फीस पर लगाम लगाने के लिए सभी कवायद उस समय धरी रही गई, जब बिधनू के लक्ष्मणपुर गांव स्थित एक निजी स्कूल प्रबंधन ने शिशु कक्षा में पढऩे वाले मासूम चचेरे भाई बहनों को फीस जमा न होने पर गेट के बाहर कर दिया। जानकारी पर पहुंचे पिता ने स्कूल गेट पर बच्चों को रोता देखकर हंगामा किया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
लक्ष्मणपुर स्थित वीणापाणि इंटर कालेज में बिधनू के शिवगंज चौराई निवासी मनोज तिवारी की 5 वर्षीय बेटी अंशिका कक्षा दो और उनके छोटे भाई संजीव तिवारी का 4 वर्षीय बेटा अमन भी पढ़ता है। मनोज ने बताया कि आर्थिक समस्या की वजह से कुछ महीने से बच्चों की फीस जमा नहीं कर सके। इसपर स्कूल प्रबंधक सुंदरलाल यादव से दिसंबर माह तक फीस जमा करने की बात कही थी। गुरुवार सुबह दोनों बच्चे स्कूल गए थे। आरोप है कि प्रबंधक ने प्रार्थना होने के बाद दोनों बच्चों को फीस जमा न होने की बात कहकर स्कूल गेट से बाहर कर दिया।
स्थानीय लोगों की सूचना पर वह स्कूल पहुंचे तो दोनों बच्चों को रोते मिले। इसपर उन्होंने प्रबंधक से बच्चों को अभिवावकों को सुपुर्द करने के बजाए अकेले गेट से बाहर करने पर आपत्ति जताई। आरोप है कि प्रबंधक ने धमकी देते हुए उन्हें बच्चों समेत स्कूल से भगा दिया। स्कूल गेट के बाहर हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया। मनोज ने प्रबंधक सुंदर लाल यादव के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
इनकी भी सुनिए
-अभिभावकों ने पिछले दो वर्षों से चार बच्चों की फीस व वाहन शुल्क नहीं जमा किया है। एक माह पहले घर सूचना भेजने के साथ बच्चों की डायरी में भी लिखा गया था। आज दो बच्चे स्कूल आए थे, जिन्हें कक्षा से बाहर कर प्रतीक्षालय कक्ष में बिठाया गया था। स्कूल गेट के बाहर करने की बात गलत है। -सुंदर लाल यादव, प्रबंधक
-बच्चों को फीस के लिए कक्षा से बाहर करना दंडनीय अपराध है। शिक्षण अधिनियम के तहत कक्षा 1 से 8 तक की शिक्षा निशुल्क है, जो सरकारी और सभी निजी स्कूलों के लिए नियम है। घटना की जांच कराकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-सुनील द्विवेदी, खंडशिक्षा अधिकारी बिधनू