Move to Jagran APP

Scholarship Scam: ईओडब्ल्यू ने सपा नेता युवराज को हाथरस से किया गिरफ्तार, मेरठ कोर्ट में होगी पेशी

आज मेरठ की कोर्ट में पेशी अब अधिकारियों व कर्मचारियों की तलाश। एसपी के मुताबिक जांच में स्वामी विवेकानंद स्कूल संचालित नहीं मिला। श्रीराधा गोविंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने छात्रवृत्ति के 52 हजार रुपये लौटा दिए थे जबकि श्रीराधा गोविंद महाविद्यालय को कोई छात्रवृत्ति जारी नहीं हुई थी।

By ShaswatgEdited By: Published: Mon, 07 Dec 2020 08:32 PM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 08:32 PM (IST)
Scholarship Scam: ईओडब्ल्यू ने सपा नेता युवराज को हाथरस से किया गिरफ्तार, मेरठ कोर्ट में होगी पेशी
टीम आरोपित के भाई को पहले ही जेल भेज चुकी है।

कानपुर, जेएनएन। हाथरस में वर्ष 1999 से 2005 के बीच छात्रवृत्ति के 57.54 लाख रुपये हड़पने के आरोपित विद्यालय प्रबंधक और सपा के जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव को आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को मंगलवार को मेरठ की भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया जाएगा। टीम आरोपित के भाई को पहले ही जेल भेज चुकी है। अब समाज कल्याण, शिक्षा विभाग समेत सभी विभागों के 58 अधिकारियों व कर्मियों को गिरफ्तार किया जाएगा। 

loksabha election banner

ये था पूरा मामला 

ईओडब्ल्यू के एसपी बाबूराम ने बताया कि हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में श्री होडल सिंह इंटर कॉलेज, श्रीकृष्ण योगीराज डिग्री कॉलेज, श्री बलखंडी महाराज इंटर कॉलेज और युवराज सिंह यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समेत सात कॉलेजों में बड़े पैमाने पर छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा सामने आया था। वर्ष 2006 में फरवरी में सिकंदराराऊ के तत्कालीन विधायक अमर सिंह यादव ने इसकी शिकायत शासन से की थी। जांच में आरोप सही मिलने के बाद वित्त नियंत्रक प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के अपर निदेशक ने सिकंदराराऊ में युवराज सिंह यादव के चारों विद्यालयों और अलीगढ़ के श्रीराधा गोविंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, श्रीराधा गोविंद महाविद्यालय व स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी आदि की धाराओं में मुकदमा लिखाया था। वर्ष 2008 में विवेचना ईओडब्ल्यू को सौंपी गई। 

एसपी का ये है कहना 

एसपी के मुताबिक, जांच में स्वामी विवेकानंद स्कूल संचालित नहीं मिला। श्रीराधा गोविंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने छात्रवृत्ति के 52 हजार रुपये लौटा दिए थे, जबकि श्रीराधा गोविंद महाविद्यालय को कोई छात्रवृत्ति जारी नहीं हुई थी। युवराज सिंह के चारों विद्यालयों में करीब 57.54 लाख रुपये छात्रवृत्ति का गबन सामने आया। विवेचना में युवराज सिंह के साथ ही अन्य प्रबंधकों, प्रधानाचार्य समेत 13 व्यक्तियों और समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अधिकारियों, लिपिकों, सुपरवाइजर समेत 58 व्यक्तियों को आरोपित बनाया गया। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी लगाई गईं। पिछले दिनों युवराज के भाई रवींद्र उर्फ रावेंद्र को जेल भेजा गया था। युवराज को पकडऩे के लिए एसपी हाथरस को पत्र भेजा था। सोमवार सुबह पुलिस ने युवराज को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मंगलवार को मेरठ की कोर्ट में पेश किया जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.