कानपुर में सतीश चंद्र विपक्ष पर जमकर बरसे, कहा... सपा में ब्राह्मणों का होता था उत्पीडऩ और भाजपा में भी हो रहा
16 प्रतिशत है ब्राह्मण समाज की जनसंख्या जो कम नहीं है। अगर एकजुट होंगे तो आपको कोई अपमानित नहीं पड़ेगा। सीट जीतने के लिए आपको प्रतिशत को बढ़ाना होगा। 23 प्रतिशत दलित समाज है मुस्लिम समाज है और पिछड़ी जाति के लोग हैं।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर के कल्याणपुर में बसपा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा भाजपा, सपा की सरकार की नीतियों की नकल करती है। सपा सरकार में ब्राह्मण समाज का उत्पीडऩ होता था और अब भाजपा भी वही हो रहा है। कहा कि सपा सरकार के मुखिया ने अपने मंत्री राजाराम पांडेय को अपमानित किया था। इसलिए उनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हुई थी। सपा सरकार जब जब आई दंगे हुए, हत्याएं हुईं वैसे ही भाजपा सरकार में हत्याएं हो रही है। जब बसपा की सरकार 2007 में आई थी तब हमारी सरकार ने ब्राह्मण समाज को सम्मानित किया। 2007 के पहले ब्राह्मण समाज की थी वही लाचारी वाली स्थिति आज है। ब्राह्मण समाज को एकजुट होना पड़ेगा।
16 प्रतिशत है ब्राह्मण समाज की जनसंख्या जो कम नहीं है। अगर एकजुट होंगे तो आपको कोई अपमानित नहीं पड़ेगा। सीट जीतने के लिए आपको प्रतिशत को बढ़ाना होगा। 23 प्रतिशत दलित समाज है, मुस्लिम समाज है और पिछड़ी जाति के लोग हैं। उनसे भाईचारा बनाएं तो बहुमत से आपकी सरकार बनेगी। बसपा मुखिया ने भाईचारा को आगे बढ़ाया और जहां दलित समाज का भाई जहां चुनाव लड़ता है वहां ब्राह्मण समाज के लोग वोट दें। दलित समाज के लोग तो बसपा के साथ ही खड़े हैं।
दलित और ब्राह्मण समाज के भाईचार ही था कि 2007 में हमारी सरकार बनी। फिर हम भाईचारा बना लें। बसपा प्रमुख मुख्यमंत्री बनेंगी। उन्होंने सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीति पर काम किया। अपनी सरकार में एक दर्जन से अधिक ब्राह्मण समाज के लोगों को एमएलसी बनाया। 15 लोगों को मंत्री बनाया। अहम पदों पर ब्राह्मण समाज के लोगों को बैठाया। अब हम भाईचारा बना लें फिर हमारा सम्मान वापस आएगा। मुख्यमंत्री रहते मायावती ने शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में ढेरों कार्य किया।
कानून का राज स्थापित किया था और अपने सांसद को अपने आवास से गिरफ्तार करवाया था क्योंकि उसने कानून तोड़ा था। महिला सुरक्षा सिर्फ बसपा सरकार में हो सकती है। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरा बेटा न चुनाव लड़ेंगे न राजनीति में आएगा। वह सिर्फ मायावती जी को 2022 में मुख्यमंत्री बनाने में लगे हैं। उन्हेंं न पद चाहिए न उन्हेंं इसकी लालसा है। सात को लखनऊ में बड़ा सम्मेलन करेंगे उसमें बहन मायावती भी शामिल होंगी। हमारी गोठयिों को रोकने की कोशिशें की गईं। पहले हमारे सम्मेलन की आलोचना करते थे अब खुद ऐसे सम्मेलन करने जा रहे हैं। अब उन्हेंं लग रहा है कि सत्ता उनके हाथ से जा रही है तो वे प्रबुद्ध सम्मेलन करने जा रहे हैं। सपा भी सम्मेलन करने निकली पर उनकी तीन हजार साइकिलें ही गायब हो गईं। उनके सम्मेलन में कोई ब्राह्मण समाज का जोई व्यक्ति नहीं जा रहा है।