फतेहपुर में कर्ज से डूबे सर्राफ ने फंदे से लटककर दी जान, चार लाख से अधिक का चुकाना था लोन
शहर के चौधराना मुहल्ला निवासी 45 वर्षीय संजय सोनी ने जेल रोड स्थित तांबेश्वर चौराहा के पास नया मकान बनवा रखा है। मकान के पास ही किराए का कमरा लेकर वह सोने-चांदी आभूषण की दुकान भी खोले थे।
फतेहपुर, जेएनएन। शहर के तांबेश्वर चौराहा से जेल रोड स्थित मुहल्ले में चार लाख रुपये के कर्ज में डूबने एक सराफा कारोबारी ने अवसाद में आकर फांसी लगाकर जान दे दी।
शहर के चौधराना मुहल्ला निवासी 45 वर्षीय संजय सोनी ने जेल रोड स्थित तांबेश्वर चौराहा के पास नया मकान बनवा रखा है। मकान के पास ही किराए का कमरा लेकर वह सोने-चांदी आभूषण की दुकान भी खोले थे। बुधवार शाम वह घर से बिना बताए अकेले नये वाले तांबेश्वर चौराहा स्थित घर चला गया। रात तक घर नहीं आया तो बेटे सुमित ने फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ जिस पर स्वजन व मुहल्लेवासी तांबेश्वर चौराहा पहुंचे। घर के भीतर से दरवाजा बंद होने पर मुहल्लेवासियों की मदद से स्वजन छत के खुले दरवाजे से नीचे कमरे मेंं गए जहां सराफा कारोबारी का शव फंदे पर लटक रहा था।
फंदे में शव लटका देखकर पत्नी किरन सोनी व बेटा सुमित रो-रोकर बेहाल रहे। शहर कोतवाल अनूप सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया खुदकुशी है फिर भी पोसटमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
... तो तगादागीर घर आकर मांगते थे रुपये: दिवंगत संजय सोनी सराफा कारोबारी चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। मां-पिता की मौत के बाद इसके भाई हरिओम जुग्गी, रामबाबू व अरविंद अलग-अलग रहते हैं। स्वजन कुछ भी बताने में अनभिज्ञता जता रहे हैं लेकिन मुहल्लेवासी व रिश्तेदारों के बीच चर्चा रही कि लाकडाउन के समय करीब 04 लाख रुपये तक दिवंगत के पास कर्जा हो गया था और तगादा वाले रुपये मांगने आते थे जिससे अवसाद में उसने आकर जान दे दी।