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Kanpur Kidnapping Case: नेताओं को बैरंग लौटा संजीत की फोटो पर बहन ने बांधी राखी, कहा, मेरा भाई अभी जिंदा है...

पुलिस ने शव की तलाश में सफाई कर्मियों को लगाकर ओरछी से फत्तेपुरगोही के बीच तीन किमी के दायरे में पैदल सर्च कराया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:45 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:45 AM (IST)
Kanpur Kidnapping Case: नेताओं को बैरंग लौटा संजीत की फोटो पर बहन ने बांधी राखी, कहा, मेरा भाई अभी जिंदा है...
Kanpur Kidnapping Case: नेताओं को बैरंग लौटा संजीत की फोटो पर बहन ने बांधी राखी, कहा, मेरा भाई अभी जिंदा है...

कानपुर, जेएनएन। पैथोलॉजीकर्मी संजीत यादव के स्वजन अब भी मानने को तैयार नहीं हैं कि उसकी हत्या हो चुकी है। स्वजनों का मानना है कि संजीत अभी ङ्क्षजदा है और एक दिन वापस जरूर लौटेगा। सोमवार को रक्षाबंधन पर संजीत की बहन रुचि ने भाई की फोटो पर राखी बांधी और विश्वास जताया कि उसका भाई एक दिन जरूर वापस लौटेगा। वहीं पुलिस ने शव की तलाश में ओरछी से फत्तेपुरगोही के बीच करीब तीन किमी के दायरे में पैदल सर्च कराया।

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संजीत की हत्या की बात सामने आने के बाद से बहन रुचि कई बार कह चुकी है कि पुलिस उसके भाई का शव लाकर दे, ताकि वह भाई को आखिरी बार राखी बांध सके। सोमवार को रक्षाबंधन के मौके पर रुचि ने बेहद गमगीन माहौल में अपने भाई संजीत की फोटो पर राखी बांधी। इससे पहले संजीत की स्वर्गीय लिखी फोटो तैयार कराई गई थी, जिस पर रुचि को राखी बांधनी थी। फोटो में स्वर्गीय लिखा देखकर रुचि नाराज हो गई। उसने कहा कि पुलिस झूठ बोल रही है।

उसका भाई अभी जिंदा है। अगर हत्या हुई होती को शव जरूर मिल जाता। पुलिस ने केस समाप्त करने की जल्दबाजी में उसके भाई को मार डाला। उसे विश्वास है कि इस बार नहीं तो अगली बार वह भाई संजीत की कलाई पर ही राखी बांधेगी। इसके बाद उसने दूसरी फोटो पर राखी बांधकर रस्म अदा की। इस दौरान रुचि ने रिश्ते के भाइयों को भी राखी बांधी।

नेताओं को बैरंग लौटाया

संजीत कांड को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हैं। सोमवार को सुबह से ही संजीत की बहन रुचि से राखी बंधवाने के लिए कई नेता संजीत के घर पहुंचे। उन्होंने रुचि से राखी बांधने के लिए कहा, लेकिन उसने इंकार कर दिया। ऐसे में नेताओं को वापस लौटना पड़ा।

ओरछी से फत्तेपुरगोही तक चला पैदल सर्च आपरेशन

संजीत हत्याकांड की जांच भले ही सीबीआइ को हस्तांतरित हो गई हो, लेकिन पुलिस की ओर से संजीत का शव बरामदगी के प्रयास जारी हैं। सोमवार को आधा दर्जन सफाई कर्मियों की मदद से पुलिस ने ओरछी से फत्तेपुरगोही के बीच करीब तीन किमी के दायरे में पैदल सर्च कराया।

संलिप्तता न मिलने पर छोड़े गए राहुल और हिमांशु

संजीत अपहरण और हत्याकांड में हिरासत में लिए गए राहुल और हिमांशु को बर्रा पुलिस ने एसएसपी के आदेश के बाद छोड़ दिया। संजीत के स्वजनों ने दामोदर नगर निवासी राहुल पर धमकी भरा मैसेज भेजने और बेटे के अपहरण और हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। वहीं हिमांशु पर बेटे के अपहरण के बाद घरकर आकर पुलिस के मूवमेंट की जानकारी अपहर्ताओं को देने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने दोनों को थाने लाकर पूछताछ की। बर्रा थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि छानबीन में अब तक दोनों की कहीं संलिप्तता नहीं पाई गई है। सोमवार की सुबह एसएसपी के आदेश पर दोनों को छोड़ दिया गया।


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