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Sanjeet Case Kanpur: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ जा रहे संजीत के घरवालों को पुलिस ने रोका

सपा नेता के साथ कार से लखनऊ जाते समय रामादेवी फ्लाई ओवर पर रोककर पुलिस अफसरों ने संजीत के घरवालें से बातचीत की।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 11:51 AM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 05:43 PM (IST)
Sanjeet Case Kanpur: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ जा रहे संजीत के घरवालों को पुलिस ने रोका
Sanjeet Case Kanpur: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ जा रहे संजीत के घरवालों को पुलिस ने रोका

कानपुर, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से व्हाट्सएप कॉल पर बात होने के बाद गुरुवार को उनसे मिलने जा रहे संजीत के स्वजनों को पुलिस ने रामादेवी फ्लाइओवर पर रोक लिया। सूचना पर सीओ गोविंद नगर फोर्स लेकर पहुंच गए और समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अड़े रहे। बाद में पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री के बुलावे का पत्र दिखाने को कहा, जिसे संजीत के स्वजन नहीं दिखा सके। इसपर उन्हें पुलिस ने लखनऊ नहीं जाने दिया है, संजीत के पिता, मां व बहन सपा नेता के साथ कार से लखनऊ के लिए निकले थे।

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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बुधवार को व्हाट्सएप कॉल पर बातचीत होने के बाद गुरुवार सुबह संजीत के पिता चमन लाल, मां कुसुमा और बहन रुचि सपा नेता सम्राट यादव के साथ कार से लखनऊ जा रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही चकेरी पुलिस ने रामादेवी फ्लाईओवर पर उनकी कार रोक ली। सूचना मिलने पर सीओ गोविंद नगर वीके पांडे बर्रा और नौबस्ता पुलिस फोर्स लेकर पहुंच गए। सपा नेता ने पुलिस को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत के दौरान मिलने की इच्छा जाहिर की थी। इसपर उन्हें गुरुवार को लखनऊ बुलाया था। इसकी जानकारी वह एसपी साउथ को दे चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस उन्हें जाने से क्यों रोक रही है।

इस दौरान पुलिस ने संजीत के परिवार से पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने जाने के लिए जारी किया गया पत्र मांगा, जिसे ना दिखा पाने पर पुलिस ने उन्हें घर लौटा दिया। सीओ गोविंद नगर वीके पांडे ने बताया कि संजीत के स्वजन की लखनऊ जाने की सूचना मिली थी। उन्हें रामादेवी फ्लाईओवर पर रोका गया तो परिवार ने पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने जाने की जानकारी दी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के ऑफिस से जारी पत्र मांगा, जिसे ना दिखा पाने के कारण परिवार को लखनऊ नहीं जाने दिया गया है। परिवार से यह कहा गया है कि अगर वह पूर्व मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं तो उनके ऑफिस से जारी पत्र की एक कॉपी थाने में जमा करवा दें ताकि उनकी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जा सके।


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