Sanjeet Case Kanpur: अपहर्ताओं को सिम दिलाने वाला चीता गिरफ्तार, फिरौती में मांगी थी हिस्सेदारी
कानपुर देहात के अकबरपुर का रहने वाले चीता ने ही अपहर्ताओं को फिरौती मांगने के लिए उकसाया था और योजना तैयारी की थी।
कानपुर, जेएनएन। संजीत अपहरण और हत्याकांड में अपहर्ताओं को फर्जी आइडी पर सिम दिलाने वाले आरोपित राजेश उर्फ चीता को बर्रा पुलिस ने शनिवार को कब्रिस्तान के पास से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने ही अपहर्ताओं को फिरौती मांगने के लिए उकसाया था और योजना भी तैयार की थी।
पुलिस को फत्तेपुर रोशनाई अकबरपुर कानपुर देहात निवासी राजेश सिंह चौहान के पास से एक मोबाइल मिला है। इसमें अपहर्ता नीलू का नंबर सेव है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि नीलू के गज्जापुरवा गांव में ही उसकी ससुराल है। जब पता चला कि नीलू और उसके साथियों ने अपहरण किया है तो संजीत के स्वजन से फिरौती मांगने के लिए उकसाया और योजना तैयार की। फिरौती मांगने में भी साथ रहा। उसे साजिश रचने के आरोप में जेल भेजा गया है। थाना प्रभारी बर्रा हरमीत सिंह ने बताया कि जल्द ही नौबस्ता के रामाशीष की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
दो लाख रुपये की थी हिस्सेदारी
राजेश उर्फ चीती ने बताया कि उसने ही केके तिवारी की दुकान से दो सिम नीलू को दिलाए थे। इसके एवज में फिरौती की रकम से दो लाख रुपये मिलने थे।
नीलू ने किया था पुलिस को गुमराह
नीलू आरोपित चीता से परिचित था। इसके बावजूद उसने चीता का सही पता बताने की बजाय उसे सचेंडी निवासी बताया था।
रायपुर के एक ढाबे में करता था मुलाकात
पकड़ा गया आरोपित मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करता था। आरोपितों से मुलाकात करने के लिए उसने रायपुर में एक ढाबे पर अपना ठिकाना बनाया था। वहीं वह अपहर्ताओं से मिलता था।
ऐसे चढ़ा हत्थे
बर्रा थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि चीता की धरपकड़ के लिए नीलू और रामजी की सीडीआर खंगाली जा रही थी। उसमें 28 जून को दोपहर 1:30 बजे नीलू, रामजी, फिरौती मांगने वाले नंबर के साथ ही एक अज्ञात नंबर की लोकेशन चकरपुरमंडी के टावर पर मिली थी। इसके बाद कई बार इस नंबर की लोकेशन नीलू और रामजी के नंबरों के साथ मिली। सर्विलांस के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
छह स्थानों से मांगी गई थी फिरौती
संजीत के स्वजनों से अपहरणकर्ताओं ने छह स्थानों से फिरौती मांगी थी। पुलिस से पूछताछ में चीता ने बताया है कि वह लगातार मोबाइल व सिम बदल रहा था। पुलिस उन्हें ट्रेस न कर सके, इसलिए वह ठिकाना भी बदल रहे थे। यही वजह रही कि पुलिस उन तक पहुंची सकी।
इन स्थानों से मांगी गई थी फिरौती
- 29 जून को भोगनीपुर से दोपहर 3 बजे
- 2 जुलाई को घाटमपुर से सुबह 11 बजे
- 5 जुलाई को नावशीलधाम बिठूर से दोपहर 12 बजे
- 6 जुलाई को उमरन ढाबा दोपहर 1 बजे
- 12 जुलाई को रायपुर खुखट सुबह 10 बजे
- 13 जुलाई को रसूलपुर ङ्क्षबदकी में शाम 4.30 बजे और 7.30 बजे गुजैनी पुल से