Kanpur Kidnapping Case: मकान में मिले खून के नमूने का होगा डीएनए टेस्ट, खुलेंगे कई राज
Sanjeet Kanpur Kidnapping News फॉरेंसिक टीम को रतनलाल नगर के किराये के मकान में साक्ष्यों के मिलने से आस जगी है कई हिस्सों में इंसानी खून के निशान मिले हैं।
कानपुर, जेएनएन। पुरानी कहावत है, अपराधी कितना भी शातिर हो, लेकिन अपने पीछे कोई न कोई सुबूत जरूर छोड़ जाता है। संजीत यादव अपहरण-हत्याकांड में भी कुछ ऐसा ही है। हत्यारोपित अपने बचाव को लेकर बनाई पुख्ता योजना में काफी हद तक सफल भी हुए हैं, लेकिन रतन लाल नगर स्थित किराये के मकान में मिले मानव रक्त के नमूने के डीएनए टेस्ट से अब राज खुलेंगे। माना जा रहा है कि अपहरण के बाद कमरे में रखने के दौरान ही उसकी हत्या की गई थी।
संजीत यादव को अपहर्ताओं ने रतन लाल नगर में सुनील कुमार श्रीवास्तव के मकान में बंधक बनाकर रखा था, जहां छानबीन नहीं की गई थी। दैनिक जागरण के मामला उठाने पर मंगलवार को फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। वहां कोल्ड ड्रिंक की बोतलें, डिस्पोजल गिलास, शुगर की दवा का खाली रैपर, एक साड़ी व दूसरा सामान मिला था। वारदात को अंजाम देने के बाद घर को हत्यारोपितों खूब धोया था। 13 जुलाई को सफाईकर्मी ने साफ किया। इससे सुबूत मिट गए, लेकिन पुलिस ने फर्श पर बेंजाडीन टेस्ट (ऐसा केमिकल जिससे धुलाई के बाद भी खून की मौजूदगी का पता चलता हैै) से कई जगह खून के धब्बे मिले। इसमें खून इंसान या जानवर, किसका है, ये पता नहीं चलता है।
पुलिस सूत्र बताते हैं, फॉरेंसिक टीम ने घर में खून की मौजूदगी को भांपकर उस नाली को खंगाला, जहां से फर्श धोने के बाद पानी निकाला गया था। यहां एक स्थान पर काफी मात्रा में खून मिला। एक नमूने का परीक्षण करने पर मानव रक्त होने की बात पता चली। अब इस नमूने को सुरक्षित किया गया है। इससे डीएनए टेस्ट कराकर यह सिद्ध किया जा सकेगा कि यह खून संजीत का ही था। इस साक्ष्य को एकत्र करने पर हत्यारोपितों को सजा दिलाने का रास्ता साफ हो जाएगा।