पतली पॉलीथिन में बिक्री, होता रहा शासनादेश का इंतजार
रविवार यानी 15 जुलाई से 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगना था लेकिन शाम तक शासन के आदेश का इंतजार होता रहा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : रविवार यानी 15 जुलाई से 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगना था लेकिन शाम तक शासन के आदेश का इंतजार होता रहा। इस बीच दिन भर दुकानदार पतली पॉलीथिन में सामान बेचते रहे। हालांकि बहुत से लोग घर से ही कपड़े के थैले लेकर खरीदारी करने निकले।
शासन स्तर से काफी समय से 15 जुलाई से पॉलीथिन पर प्रतिबंध की बात कही जा रही थी। रविवार की छुंट्टी होने की वजह से शहर के एक बड़े हिस्से में कोई काम नहीं था। परेड, मेस्टन रोड, नवीन मार्केट, नई सड़क, बिरहाना रोड, मूलगंज, नयागंज, एक्सप्रेस रोड में बाजार बंद था लेकिन गुमटी नंबर पांच, पी रोड, गोविंद नगर, किदवई नगर, कल्याणपुर, बर्रा, नौबस्ता, लालबंगला आदि बाजार खुले थे। इन बाजारों में दुकानदारों ने खुलेआम 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथिन में ग्राहकों को सामान दिए। कचहरी, फूलबाग, घंटाघर में फलों की दुकानों में पतली पॉलीथिन में ही फल बेचे जाते रहे।
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इंतजार करते रहे अधिकारी
अधिकारियों को उम्मीद थी कि दिन में ही पॉलीथिन पर रोक आदेश आ जाएगा लेकिन देर शाम तक कोई आदेश नहीं आया। इसके चलते 50 माइक्रॉन से नीचे की पॉलीथिन को पकड़ने के लिए बनाई गईं टीमें भी खाली बैठी रहीं। अपर जिलाधिकारी नगर सतीश पाल का कहना है कि शासनादेश न आने की वजह से कोई अभियान नहीं चलाया गया। सोमवार से मानक से कम की पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा।
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बाजार में थैलों की भी हुई बिक्री
पॉलीथिन के थैले बंद होने हैं, इस कारण लोग घर से ही थैले ले जाना पसंद करेंगे। यह देखते हुए बाजार में कपड़े, जूट आदि के थैले आ गए हैं। इनकी बिक्री काफी तेज हो गई है।
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दर्जियों के पास बढ़ा काम
इस समय दर्जियों के पास थैले बनाने का काम भी काफी हो गया है। लोग घरों के पुराने कपड़ों के थैले बनवाने के लिए उनके पास पहुंच रहे हैं।