पांच वर्ष हस्तांतरण के फेर में उलझा रहा सैफई का अंतरराष्ट्रीय तरण ताल, खेल प्रेमियों में इस बात को लेकर निराशा
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने शासन काल में इस तरण ताल का निर्माण कराया था। 06 अक्टूबर 2016 को इसका उद्घाटन भी उन्होंने कर दिया था लेकिन सत्ता परिवर्तन हो जाने के बाद भी इस तरण ताल में बिजली का कनेक्शन नहीं हो सका था
सैफई (बीपी सिंह)। दिल्ली के ताल कटोरा तरण ताल की तर्ज पर सैफई में अंतरराष्ट्रीय आल वेदर तरण ताल पिछले पांच वर्ष तक खेल विभाग को हस्तांतरण के फेर में उलझा रहा। जिसके कारण अभी तक यहां पर कोई भी खेल की गतिविधि शुरू नहीं हो सकी। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस तरण ताल को दो माह पहले ही खेल विभाग को हैंडओवर किया गया है। इस तरण ताल को बनाने का उद्देश्य था कि यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वीङ्क्षमग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं और ग्रामीण क्षेत्र के खिलाडिय़ों का तैराकी के प्रति रुझान बढ़े।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने शासन काल में इस तरण ताल का निर्माण कराया था। 06 अक्टूबर 2016 को इसका उद्घाटन भी उन्होंने कर दिया था, लेकिन सत्ता परिवर्तन हो जाने के बाद भी इस तरण ताल में बिजली का कनेक्शन नहीं हो सका था। जिस कारण खेल विभाग ने तरण ताल को अपने कब्जे में लेने से इन्कार कर दिया था। योगी सरकार बनने के बाद मई 2017 में तत्कालीन खेल मंत्री चेतन चौहान ने यहां निरीक्षण किया और यह कहा था कि जल्द ही यह तरण ताल कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम से खेल विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सितंबर 2019 में खेल राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने तरण ताल का निरीक्षण किया और उन्होंने भी तरण ताल के हस्तांतरण की बात कही। लेकिन खेल विभाग ने तरण ताल को कमियों को देखते हुए नहीं लिया।
राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर पंकज वर्मा ने बताया कि तरण ताल में 33 केवीए का बिजली कनेक्शन करा दिया गया है और इसे हैंडओवर कर दिया गया है। मेजर ध्यानचंद स्पोट््र्स कालेज के प्रधानाचार्य एसके लहरी ने बताया कि तरण ताल हैंडओवर कर लिया गया है अभी तक इसे कोरोना के चलते बंद रखा गया था। इसके मेंटिनेंस के लिए विभाग से बजट भी मांगा गया है। स्पोट््र्स कालेज खुलने पर जब बच्चे आएंगे तो उनका प्रशिक्षण यहां पर होगा।
तरण ताल में हैं यह सुविधाएं
- 207 करोड़ की लागत से बने तरण ताल में तीन पूल का निर्माण।
- तरण ताल अंतरराष्ट्रीय संस्था फीना से अनुमोदित।
- पुरुष व महिला खिलाडिय़ों के लिए अलग-अलग चेजिंग रूम व बाथरूम।
- दिव्यांग तैराकों के लिए अलग से व्यवस्था।
- 10 मीटर, 7.5 मीटर, 5 मीटर व 3 मीटर के डायविंगटावर बनाए गए।
- प्रत्येक मौसम में पानी का तापमान अपने आप परिवर्तित होने की व्यवस्था।