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Happy Birthday Master Blaster : कंगारुओं पर सचिन की सुनामी का गवाह बना था ग्रीनपार्क स्टेडियम

1998 में ट्राइंगुलर सीरीज में हुआ था मैच सचिन ने शेन वार्न के गेंदों पर जमकर बनाए थे रन।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 24 Apr 2020 09:22 AM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2020 09:22 AM (IST)
Happy Birthday Master Blaster : कंगारुओं पर सचिन की सुनामी का गवाह बना था ग्रीनपार्क स्टेडियम
Happy Birthday Master Blaster : कंगारुओं पर सचिन की सुनामी का गवाह बना था ग्रीनपार्क स्टेडियम

कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ग्रीनपार्क स्टेडियम भी क्रिकेट जगत के उस महामुकाबले का गवाह है जो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और करिश्माई स्पिनर शेनवार्न के बीच हुआ था। 1998 में ट्राइंगुलर सीरीज के दौरान कानपुर में ही सचिन ने कंगारुओं पर मास्टर 'ब्लास्ट' किया था। 89 गेंद पर ताबड़तोड़ 100 रन बनाने वाले सचिन ने अपनी पारी के दौरान 5 चौके और सात छक्के भी जड़े थे। जब तक शेन वार्न ने उन्हें पवेलियन भेजते, तब तक मैच पर भारत की पकड़ मजबूत हो चुकी थी।

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500 वें टेस्ट में सम्मानित होते वक्त किया था इस यादगार मैच का जिक्र

आज अपना 47 वां जन्मदिन मना रहे सचिन तेंदुलकर ने 22 सितंबर 2016 को ग्रीनपार्क में ही इस यादगार मैच का जिक्र किया था। वह भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे 500 वें टेस्ट के दौरान यहां सम्मानित होने आए थे। इस दौरान सचिन ने 1996 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए निर्णायक टेस्ट मैच के बारे में भी बताया था। उस मैच में भारत ने 280 रन से जीत हासिल की थी। इसके अलावा भी सचिन ने ग्रीनपार्क में कई मैच खेले।

कानपुर में शतक के साथ ही खेली हैं दो अर्धशतकीय पारियां

1998 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में लगाए गए शतक के अलावा उनके खाते में दो अर्धशतकीय पारियां भी दर्ज हैं। 2002 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 87 और 2000 में जिम्बाबवे के खिलाफ 62 रन की पारी खेली थी। वहीं 1993 में श्रीलंका के खिलाफ 26 और 1994 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 34 रन की पारी भी उनके खाते में दर्ज है।

मैदान में उतरते ही गंूज उठता था सचिन...सचिन...

ग्रीनपार्क की पिच पर सचिन के उतरते ही मैदान में सचिन....सचिन... गंूज उठता था। पिच क्यूरेटर शिव कुमार बताते हैं कि मैच से पहले सचिन अक्सर पिच के स्वभाव के बारे में पूछते थे। श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले भी अभ्यास के बाद वे दोनों हाथों में बल्ला लेकर पिच के पास आए और पूछा कि टर्न कब होगा। मैच में उनका मुकाबला जादुई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन से होना था। बकौल शिवकुमार उसी समय पहली बार सचिन का बल्ला हाथ में थाम कर देखा था। वह बहुत भारी बल्ले से खेलते थे।  


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