चाल नहीं बदहाल सिस्टम से हो रहे ट्रेनों के एसी फेल
जागरण संवाददाता, कानपुर : ट्रेनों में रोज एसी फेल होने की घटनाओं में रेल की चाल से कहीं अधिक सिस्टम
जागरण संवाददाता, कानपुर : ट्रेनों में रोज एसी फेल होने की घटनाओं में रेल की चाल से कहीं अधिक सिस्टम की बदहाली जिम्मेदार है। कंडम बैटरी, खराब चार्जर और इन्वर्टर के कारण ट्रेनों के एसी लगातार फेल हो रहे हैं। इसका खुलासा सेंट्रल स्टेशन प्रशासन द्वारा जुटाए गए आंकड़ों से हुआ है। एसी फेल होने से रोज-रोज के हंगामे से आजिज स्टेशन प्रबंधन ने एसी फेल होने के कारणों सहित पूरी रिपोर्ट एनसीआर मुख्यालय भेज दी है।
अब तक दो सौ पार
सेंट्रल रेलवे के सूत्रों के मुताबिक मई व 25 जून 2018 तक 56 दिनों में 205 ट्रेनों के एसी फेल हुए। ये केवल वह मामले हैं, जिसमें एसी फेल होने के बाद ट्रेन 15 मिनट से अधिक समय तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही। करीब 50 मामले ऐसे हैं, जिनमें यात्रियों को समझाबुझाकर गाड़ी आगे बढ़ा दी गई। मई में 124 ट्रेनों के एसी फेल हुए। सबसे अधिक समस्या गुवाहाटी, गोरखपुर और लखनऊ से आने वाली गाड़ियों में सामने आई हैं। इनसेट
सवालों में यह गाड़ियां
- गुवाहाटी- आनंद विहार नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस में रिकार्ड 27 बार एसी फेल
- गाड़ी संख्या 12541 व 12542 गोरखपुर से एलटीटी में 18 बार एसी फेल
- चित्रकूट एक्सप्रेस, मुरी एक्सप्रेस, बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस में भी कई बार एसी फेल इनसेट
पॉवर कार वाली ट्रेनों में भी बुरा हाल
न्यू दिल्ली से गया महाबोधि एक्सप्रेस, भागलपुर से आनंद विहार विक्रमशिला, हावड़ा से आनंद विहार साप्ताहिक, भुवनेश्वर से आनंद विहार साप्ताहिक, आनंद विहार से जयनगर गरीब रथ, हावड़ा से न्यू दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस और न्यू दिल्ली से सियालदाह राजधानी एक्सप्रेस के एसी पॉवर कार होने के बाद भी फेल हुए। इनसेट
यह हैं कारण
रिपोर्ट के अनुसार एसी फेल होने का सबसे बड़ा कारण इन्वर्टर खराब होना बताया जा रहा है। इन्वर्टर खराबी के चलते 92 ट्रेनों में एसी फेल हुए। इसका सीधा कारण बैटरी चार्ज न होने से जुड़ा है। इसके अलावा खराब बैटरी और चार्जर, कंप्रेशर बैठने, ब्लोअर जलने से भी एसी ठप हुए। यह सभी कारण मेंटीनेंस में लापरवाही से जुड़े हैं।
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सेंट्रल स्टेशन पर एसी खराब होने की वजह से रोजाना हंगामा हो रहा है। हमने रिपोर्ट बनाकर एनसीआर मुख्यालय को भेज दी है। रिपोर्ट में एसी फेल होने के कारणों का भी जिक्र किया है। मुख्यालय कारणों की पड़ताल कराएगा तो पता चल जाएगा कि बार-बार एसी क्यों फेल हो रहे हैं।
डॉक्टर जितेंद्र कुमार, स्टेशन डायरेक्टर