राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का त्याग निराला, उपवास रखकर जरूरतमंदों के मुख में डाला अपना निवाला
प्रांत में आठ लाख लोगों ने बुद्ध पूर्णिमा पर रखा उपवास बचा हुआ राशन या उसके बदले में धन पड़ोस के जरूरतमंदों को दिया।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण जबसे लॉकडाउन हुआ है, तब से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगातार मानव सेवा में लगा हुआ है।बुद्ध पूर्णिमा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने त्याग एवं सेवा का अनूठा उदाहरण पेश किया। प्रांत में करीब आठ लाख स्वयंसेवकों और उनके स्वजनों ने एक दिन उपवास रखा और अपने हिस्से का निवाला पड़ोस के जरूरतमंद तक पहुंचाया। कानपुर महानगर में ही तीन लाख से अधिक लोगों ने ऐसा किया।
संघ ने पहले से ही तैयार कर रखी थी रूपरेखा
बुद्ध पूर्णिमा पर पूरे देश में संघ ने इस तरह के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की थी। जिसे लेकर कानपुर प्रांत में व्यापक तैयारी हुई थी और कई दिनों से लगातार प्रांत प्रचारक श्रीराम अपने सहयोगियों के साथ लगातार इस अभियान को सफल बनाने के प्रयास में लगे थे। संघ का लक्ष्य था कि प्रांत में करीब पांच लाख लोग उपवास करें, जिससे पांच लाख जरूरतमंदों की एक दिन की मदद हो सके।
गुरुवार को क्षेत्र संघचालक वीरेंद्र पराक्रमादित्य, क्षेत्र संघ चालक ज्ञानेंद्र सचान, विभाग कार्यवाह भवानी भीख समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने उपवास किया। शाम को जब इसकी संख्या जुटाई गई तो पता चला कि प्रांत में यह आंकड़ा करीब आठ लाख हो गया है। प्रांत के सह प्रचार प्रमुख अनुपम ने बताया कि कानपुर महानगर में ही तीन लाख लोगों ने उपवास किया है। जबकि प्रांत के 14 प्रशासनिक जिलों में यह संख्या आठ लाख की है। यह आंकड़े सभी 21 सांगठनिक जिलों से शाम तक प्राप्त हुए हैं।