भागवत मंत्र तय कर गया 2019 के कुरुक्षेत्र में फिर कैसे फहरेगा भगवा ध्वज
जुबां पर एक बार भी न भाजपा आई और ना ही चुनाव। मगर 2019 के कुरुक्षेत्र में भगवा ध्वज फिर कैसे फहरेगा, इसका गुरुमंत्र मोहन भागवत दे गए।
कानपुर (जेएनएन)। जुबां पर एक बार भी न भाजपा आई और ना ही चुनाव। मगर, 2019 के कुरुक्षेत्र में भगवा ध्वज फिर कैसे फहरेगा, इशारों में इसका गुरुमंत्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत दे गए। कानपुर के अल्प प्रवास में सरसंघचालक ने भी स्वयंसेवकों को अनुसूचित जाति वर्ग से प्रेम की वही नीति समझाई है, जिस एजेंडे पर वर्तमान में भाजपा की चुनावी रणनीति चल रही है।
संघ प्रमुख शनिवार सुबह करीब 6 बजे डिबरूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचे। उत्तर क्षेत्र संघचालक वीरेंद्रजीत सिंह, प्रांत प्रचारक संजय जी और प्रांत कार्यवाह अरविंद मेहरोत्रा उनकी अगवानी करने पहुंचे। वहां से संघ प्रमुख क्षेत्र संघचालक के सिविल लाइन्स स्थित आवास पहुंचे। यहां संघ के प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात कर हालचाल जाना। संघ सूत्रों के मुताबिक, मोहन भागवत ने लोकसभा चुनाव या किसी अन्य विषय पर तो बातचीत नहीं की। मगर, स्वयंसेवकों से इतना जरूर कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग की बस्तियों में अपनी सक्रियता बढ़ाएं और नाता गहरा करें। इसके अलावा वर्तमान में चल रहे क्रियाकलापों की जानकारी ली और विस्तार पर जोर दिया। अब संघ के स्वयंसेवक तो इसे सामान्य संदेश बता रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इसके राजनीतिक निहितार्थ भी निकाल रहे हैं। तर्क है कि संघ के सेवा कार्य तो विभिन्न वर्गों के लिए चलते रहते हैं, लेकिन यहां उन्होंने अनुसूचित जाति की ही बात की। कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा-बसपा गठबंधन को लोकसभा चुनाव में विफल कर फिर अनुसूचित जाति वर्ग का वोट भाजपा अपने पाले में करना चाहती है। इसी कोशिश को जमीनी स्तर पर कामयाब बनाने के लिए संघ भी खामोशी से इस रणनीति पर काम करेगा। यहां क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, प्रांत संघचालक ज्ञानेंद्र सचान, विभाग संघचालक अर्जुनदास खत्री, सह विभाग संघचालक कुंजबिहारी गुप्ता, विभाग कार्यवाह भवानी भीख, सह विभाग कार्यवाह दिनेश कटियार भी मौजूद रहे।
इसके बाद संघ प्रमुख दिवंगत सह प्रांत संघचालक काशीराम के हर्ष नगर स्थित आवास पहुंचे। पहले काशीराम के चित्र पर पुष्पार्चन किया। फिर उनके परिवारीजन से मुलाकात की। पुत्र सचिन और पत्नी प्रेमकुमारी से सबसे पहले बात की। कहा कि मैं काशीराम जी को काशी कहता था। फिर उनसे संबंधों की चर्चा करते हुए भागवत की आंखें नम हो गईं। दामाद योगेंद्र कुमार, पुत्री मनीषा और पूनम से भी बातचीत कर संवेदनाएं व्यक्त कीं।
इधर उरई प्रतिनिधि के मुताबिक संघ प्रमुख मोहन भागवत पूर्वाह्न 11.45 बजे जिले में चल रहे संघ शिक्षा वर्ग (प्रशिक्षण शिविर) में सहभागिता के लिए पहुंचे। रामश्री पब्लिक स्कूल में उन्होंने द्वितीय वर्ष के स्वयंसेवकों को संबोधित किया। शहर में एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल में वर्ग प्रथम वर्ष और रामश्री पब्लिक स्कूल में वर्ग द्वितीयवर्ष के स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। शिविर में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के स्वयंसेवक प्रशिक्षण के लिए आए हैं। संघ प्रमुख रात्रि प्रवास भी करेंगे इसको लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे।
मीडिया से रखी गई दूरी
सरसंघचालक का काफिला प्रशिक्षण शिविर स्थल पर पहुंचा तो गाडिय़ां सीधे अंदर चली गईं। किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली। पत्रकारों ने काफी देर तक बाहर इंतजार भी किया लेकिन किसी को प्रवेश नहीं दिया गया।