संघ ने संभाला चुनावी चुनौतियों का मोर्चा
भाजपा के सामने बड़ी होती जा रही चुनावी चुनौतियों को देख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी सक्रिय हो गया है। पर्दे के पीछे से ही संघ ने रणनीति का मोर्चा संभाल लिया है। एकाएक हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों में फेरबदल को इसी कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है। जल्द ही और बड़े बदलाव संगठन में नजर आ सकते हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : भाजपा के सामने बड़ी होती जा रही चुनावी चुनौतियों को देख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी सक्रिय हो गया है। पर्दे के पीछे से ही संघ ने रणनीति का मोर्चा संभाल लिया है। एकाएक हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों में फेरबदल को इसी कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है। जल्द ही और बड़े बदलाव संगठन में नजर आ सकते हैं।
कानपुर-बुंदेलखंड सहित प्रदेश के तीन क्षेत्रीय संगठन मंत्री भाजपा ने बदल दिए हैं। इनके स्थान पर फिलहाल तो दूसरे क्षेत्रों के संगठन मंत्रियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र से ओमप्रकाश श्रीवास्तव को कार्यमुक्त कर बृज क्षेत्र संगठन मंत्री भवानी सिंह को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। संगठन सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय संघ का है। तय हुआ है कि अब पूर्णकालिक स्वयंसेवकों को ही संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। दरअसल, विपक्षी एकता और उपचुनावों में हाल ही में भाजपा को मिली हार को लोकसभा चुनाव के लिहाज से बड़ी चुनौती के रूप में लिया जा रहा है। जिला विस्तारक के रूप में पूर्णकालिक स्वयंसेवकों को राजनीतिक जिम्मेदारी पहले ही दी जा चुकी थी। अब चर्चा है कि जिस तरह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुशल संगठनकर्ता रहे सुनील बंसल को प्रदेश महामंत्री संगठन का दायित्व दिया गया, उसी तरह भाजपा संगठन में संघ के अन्य अनुषांगिक संगठनों से रणनीतिकारों को भाजपा के काम में लगाया जा सकता है। संभव है कि अतिरिक्त प्रभार अस्थायी हो और यहां भी स्थायी संगठन मंत्री को भेजा जाए। इसके अलावा प्रदेश से लेकर जिलों तक बड़े फेरबदल जल्द ही संभावित हैं।