.. तो आठ माह से फाइलों में डंप पड़ा है आरपीएफ का प्रस्ताव
सेंट्रल रेलवे स्टेशन में आए दिन होती हैं चोरी की घटनाएं
कानपुर: सेंट्रल रेलवे स्टेशन खतरे में है। आए दिन होने वाली चोरी की घटनाएं बढ़कर अब बच्चा चोरी तक पहुंच गई हैं। आतंकी खतरा भी मंडरा रहा है लेकिन रेलवे प्रशासन पूरी तरह बेफिक्र है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए जो खाका तैयार कराया गया था उस पर आठ माह से 'खाक' की परत जम रही है, लेकिन उसे पास कराने के लिए न तो स्थानीय तौर पर प्रयास हो रहे हैं और न ही रेलवे बोर्ड गंभीर है।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आठ माह पहले सिग्नल एंड ट्रैफिकिंग विभाग के साथ मिलकर स्टेशन की फुल प्रूफ सुरक्षा के लिए सर्वे किया था। इसमें स्टेशन पर 87 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने के अलावा सिंगल इंट्री की व्यवस्था पर जोर दिया गया था। इसके अलावा स्टेशन परिसर में स्कैनर मशीनों के समुचित प्रयोग के साथ बॉडी वार्न कैमरों की मांग की गई थी। इस प्रस्ताव को भेजे आठ माह का समय बीत चुका है लेकिन अब तक इसकी सुध नहीं ली गई।
यह हैं मौजूदा हालात
वर्तमान में सेंट्रल स्टेशन पर 59 कैमरे लगे हैं। इसमें एक चौथाई की स्थिति बेहद खराब है। शेष की रिकॉर्डिग विजबिलिटी भी अच्छी नहीं। समस्या ये है कि कुछ प्रमुख स्थानों को छोड़कर स्टेशन का अधिकांश हिस्सा सीसीटीवी कैमरे की नजर से बाहर है। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक प्रवेश मार्ग ऐसे हैं जहां न तो स्कैनर हैं और न ही प्रशिक्षित स्टाफ है।
यह हैं खतरे
स्टेशन पर आए दिन चोरी की वारदातें होती हैं। पिछले तीन माह में चार बच्चे भी चोरी हो चुके हैं। इनमें से सीसीटीवी की मदद से एक को बरामद कर लिया गया था। अन्य चोरी की 38 घटनाएं हो चुकी हैं।
आतंकी खतरा भी
स्टेशन पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। कई बार स्टेशन को उड़ाए जाने की धमकी दी चुकी है। घंटाघर साइड एक होटल में आतंकी छिपे होने की सूचना पर पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां छापा भी मार चुकी हैं। स्टेशन पर दर्जनों चोर रास्ते हैं इनसे कभी भी कोई अराजकतत्व वारदात कर सकता है। जीआरपी, एसएंडटी और आरपीएफ ने संयुक्त सर्वे करके रिपोर्ट तैयार की थी। कुछ उपकरण मांगे गए थे। आठ माह बाद भी कोई जवाब नहीं मिला।
- राजीव वर्मा, इंस्पेक्टर आरपीएफ आरपीएफ का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में लंबित है। सेंट्रल स्टेशन रीडेवलपमेंट में आ चुका है। जल्द ही सीसीटीवी कैमरे और इंट्री से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी।
- डॉ. जितेंद्र कुमार, स्टेशन डायरेक्टर।