पुष्पक एक्सप्रेस में जहरखुरानों ने नशीली काफी पिलाकर दो भाइयों को लूटा
60 हजार रुपये नकद व सामान लूटा, एक भाई सेंट्रल स्टेशन तो दूसरा भाई लखनऊ जंक्शन में बेहोश मिला।
By Edited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 11:54 PM (IST)Updated: Fri, 25 Jan 2019 11:32 AM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। ट्रेनों में अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुष्पक एक्सप्रेस में जहरखुरानों ने दो सगे भाइयों को मौत के मुंह तक पहुंचा दिया। एक भाई सुबह सेंट्रल स्टेशन पर बेहोशी की हालत में पड़ा मिला तो दूसरे को लखनऊ में जीआरपी ने बेहोशी की हालत में ट्रेन से नीचे उतारा।
उन्नाव के सफीपुर निवासी सगे भाई राजेश और दीपक मुम्बई में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। एक भाई की शादी अगले सप्ताह है। शादी में शामिल होने के लिए दोनों पुष्पक एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में सवार होकर वापस घर आ रहे थे। उन्होंने मुम्बई से कानपुर का टिकट कटवाया था, क्योंकि उन्हें कानपुर में कुछ खरीदारी करने थी। ट्रेन के कानपुर गुजर जाने के बाद भी जब परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हुआ तो सभी सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे। दोनों के सभी मोबाइल नंबर बंद जा रहे थे। अनहोनी की आशंका में परिजन तत्काल सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्हें राजेश बेहोशी की हालत में पड़ा मिला।
उसे परिजन लेकर जीआरपी पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे होश आ गया। उसने बताया कि रास्ते में दो लोग उनकी बोगी में चढ़े। सुबह करीब चार बजे विश्वास में लेकर उन्होंने ललितपुर के पास उन्हें काफी पिला दी, जिसके बाद वह बेसुध हो गए। मौका पाकर वह दोनों भाइयों का सामान, पर्स आदि ले उड़े। पर्स में राजेश के पास 24 हजार और दीपक के पास 35 हजार रुपये थे। चार मोबाइल भी वारदात में लूटे गए। राजेश तो मिल गया, लेकिन दीपक का पता नहीं चला। इससे परिजन परेशान हो गए। बाद में उसके लखनऊ में मिलने की सूचना मिली। जीआरपी प्रभारी राममोहन राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच ललितपुर ट्रांसफर की जाएगी क्योंकि प्रकरण वहीं का है।
उन्नाव के सफीपुर निवासी सगे भाई राजेश और दीपक मुम्बई में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। एक भाई की शादी अगले सप्ताह है। शादी में शामिल होने के लिए दोनों पुष्पक एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में सवार होकर वापस घर आ रहे थे। उन्होंने मुम्बई से कानपुर का टिकट कटवाया था, क्योंकि उन्हें कानपुर में कुछ खरीदारी करने थी। ट्रेन के कानपुर गुजर जाने के बाद भी जब परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हुआ तो सभी सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे। दोनों के सभी मोबाइल नंबर बंद जा रहे थे। अनहोनी की आशंका में परिजन तत्काल सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्हें राजेश बेहोशी की हालत में पड़ा मिला।
उसे परिजन लेकर जीआरपी पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे होश आ गया। उसने बताया कि रास्ते में दो लोग उनकी बोगी में चढ़े। सुबह करीब चार बजे विश्वास में लेकर उन्होंने ललितपुर के पास उन्हें काफी पिला दी, जिसके बाद वह बेसुध हो गए। मौका पाकर वह दोनों भाइयों का सामान, पर्स आदि ले उड़े। पर्स में राजेश के पास 24 हजार और दीपक के पास 35 हजार रुपये थे। चार मोबाइल भी वारदात में लूटे गए। राजेश तो मिल गया, लेकिन दीपक का पता नहीं चला। इससे परिजन परेशान हो गए। बाद में उसके लखनऊ में मिलने की सूचना मिली। जीआरपी प्रभारी राममोहन राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच ललितपुर ट्रांसफर की जाएगी क्योंकि प्रकरण वहीं का है।
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