शादी के मौसम में महाराष्ट्र से आता ये गिरोह, पुलिस से बचने के लिए ढाल बनती महिलाएं
शहर में शादी समारोह शुरू हो जाने पर गिरोह के सदस्य कर रहे टप्पेबाजी, महाराष्ट्र के पिता-पुत्र समेत चार शातिर पकड़े गए हैं।
By AbhishekEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 06:41 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 11:57 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। शादी का मौसम शुुरू होने पर गैर प्रांतों का गिरोह शहर में डेरा डालकर टप्पेबाजी की वारदातों को अंजाम देता है और चार पांच माह रुकने के बाद सभी सदस्य लौट जाते हैं। यह हकीकत उस समय सामने आई जब पुलिस ने शनिवार को महाराष्ट्र और तमिलनाडु के चार टप्पेबाजों को गिरफ्तार करके पूछताछ की। बीते सोमवार को अनवरगंज में रेलवे ठेकेदार व दो व्यापारियों की कारों से बैग उड़ाने की घटनाएं भी कबूलीं। पुलिस ने उनके कब्जे से डेढ़ लाख रुपये, एटीएम कार्ड, सात मोबाइल फोन, वारदात में इस्तेमाल रबर गुलेल छर्रे व टायर कटर बरामद किया है।
इस तरह दिया था घटना को अंजाम
अनवरगंज से बांसमंडी के बीच सोमवार शाम फतेहपुर बिंदकी निवासी गल्ला आढ़ती जयकुमार साहू की कार के पहिये से हवा निकलने की बात कहकर दो युवकों ने सीट पर रखा ढाई लाख रुपये से भरा बैग पार कर दिया था। इसके बाद लालगंज निवासी रेलवे ठेकेदार विजेंद्र सिंह व फर्रुखाबाद निवासी अतुल कुमार की कार से भी बैग उड़ाया था। विजेंद्र के बैग में लाइसेंसी पिस्टल व कागजात, जबकि अतुल के बैग में नकदी व कागजात थे। एक दुकान के सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध युवक कैद हुए थे।
लखनऊ में घटना के बाद हत्थे चढ़े शातिर
अगले दिन ठीक ऐसी ही घटना लखनऊ के नाका में हुई। लखनऊ पुलिस से संपर्क कर अनवरगंज एसओ मंसूर अहमद ने सीसीटीवी फुटेज भेजी तो मुख्य आरोपित चेन्नई तमिलनाडु निवासी एस विजय श्रीनिवासन, बी सरद कुमार निवासी त्रिची तमिलनाडु व उनके साथी एस गुना सीलन को पकड़ लिया गया। पूछताछ में शातिर सदस्यों ने अनवरगंज की घटनाएं कबूल कीं और साथियों के नाम बताए।
शहर में पकड़े गए महाराष्ट्र के शातिर
जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार रात पुलिस ने महाराष्ट्र नंदुरबार जिले के नवापुर निवासी गणेश नायडू, उसके बेटे बाबू नायडू, बहन पार्वती नारायण नायडू और रिश्तेदार तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के उठुकुली निवासी चंद्रुक तेली को गिरफ्तार कर टप्पेबाजी की घटनाओं से पर्दाफाश कर दिया। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि गिरोह के चार और सदस्यों की तलाश की जा रही है। कुछ और घटनाएं खुलने की उम्मीद है।
वारदात के बाद दूसरे शहर निकल जाते शातिर
तमिलनाडु के तिरुपुर, चेन्नई और त्रिची से टप्पेबाजों के कई गैंग शादी का सीजन शुरू होते ही दूसरे प्रदेशों में डेरा डाल देते हैं। कई वारदातों को अंजाम देने के बाद दो-तीन महीने बाद लौट जाते हैं। एक शहर में घटना कर गिरोह दूसरे शहर और वहां से तीसरे शहर निकल जाता है।
पुलिस से बचने को महिलाएं रहती साथ
गिरोह में महिलाओं को पुलिस से बचने के लिए साथ रखा जाता है। वह गिरोह के सदस्यों के लिए ढाल की तरह काम करती हैं। माल छिपाने और खाना बनाने आदि के लिए महिलाओं को लाया जाता है। गणेश ने बताया कि किसी भी कार में बैग देख वारदात को अंजाम देते हैं।
नहीं मिली ठेकेदार की रिवाल्वर
पुलिस ने चोरी हुई करीब आधी रकम तो बरामद कर ली लेकिन रेलवे ठेकेदार की रिवाल्वर नहीं मिल सकी है। एसओ ने बताया कि लखनऊ में पकड़े गए एस विजय ने घटना की थी, उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
इस तरह दिया था घटना को अंजाम
अनवरगंज से बांसमंडी के बीच सोमवार शाम फतेहपुर बिंदकी निवासी गल्ला आढ़ती जयकुमार साहू की कार के पहिये से हवा निकलने की बात कहकर दो युवकों ने सीट पर रखा ढाई लाख रुपये से भरा बैग पार कर दिया था। इसके बाद लालगंज निवासी रेलवे ठेकेदार विजेंद्र सिंह व फर्रुखाबाद निवासी अतुल कुमार की कार से भी बैग उड़ाया था। विजेंद्र के बैग में लाइसेंसी पिस्टल व कागजात, जबकि अतुल के बैग में नकदी व कागजात थे। एक दुकान के सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध युवक कैद हुए थे।
लखनऊ में घटना के बाद हत्थे चढ़े शातिर
अगले दिन ठीक ऐसी ही घटना लखनऊ के नाका में हुई। लखनऊ पुलिस से संपर्क कर अनवरगंज एसओ मंसूर अहमद ने सीसीटीवी फुटेज भेजी तो मुख्य आरोपित चेन्नई तमिलनाडु निवासी एस विजय श्रीनिवासन, बी सरद कुमार निवासी त्रिची तमिलनाडु व उनके साथी एस गुना सीलन को पकड़ लिया गया। पूछताछ में शातिर सदस्यों ने अनवरगंज की घटनाएं कबूल कीं और साथियों के नाम बताए।
शहर में पकड़े गए महाराष्ट्र के शातिर
जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार रात पुलिस ने महाराष्ट्र नंदुरबार जिले के नवापुर निवासी गणेश नायडू, उसके बेटे बाबू नायडू, बहन पार्वती नारायण नायडू और रिश्तेदार तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के उठुकुली निवासी चंद्रुक तेली को गिरफ्तार कर टप्पेबाजी की घटनाओं से पर्दाफाश कर दिया। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि गिरोह के चार और सदस्यों की तलाश की जा रही है। कुछ और घटनाएं खुलने की उम्मीद है।
वारदात के बाद दूसरे शहर निकल जाते शातिर
तमिलनाडु के तिरुपुर, चेन्नई और त्रिची से टप्पेबाजों के कई गैंग शादी का सीजन शुरू होते ही दूसरे प्रदेशों में डेरा डाल देते हैं। कई वारदातों को अंजाम देने के बाद दो-तीन महीने बाद लौट जाते हैं। एक शहर में घटना कर गिरोह दूसरे शहर और वहां से तीसरे शहर निकल जाता है।
पुलिस से बचने को महिलाएं रहती साथ
गिरोह में महिलाओं को पुलिस से बचने के लिए साथ रखा जाता है। वह गिरोह के सदस्यों के लिए ढाल की तरह काम करती हैं। माल छिपाने और खाना बनाने आदि के लिए महिलाओं को लाया जाता है। गणेश ने बताया कि किसी भी कार में बैग देख वारदात को अंजाम देते हैं।
नहीं मिली ठेकेदार की रिवाल्वर
पुलिस ने चोरी हुई करीब आधी रकम तो बरामद कर ली लेकिन रेलवे ठेकेदार की रिवाल्वर नहीं मिल सकी है। एसओ ने बताया कि लखनऊ में पकड़े गए एस विजय ने घटना की थी, उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
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