कमरे में सो रहा था रिक्शा चालक, भरभरा कर ढह गई मकान की छत
चार साल से बाबा नगर के छेदी लाल के मकान में किराये पर रिक्शा चालक रह रहा था।
कानपुर, जेएनएन। नौबस्ता के बाबा नगर में मकान के कमरे में रिक्शा चालक सो रहा था। इस बीच अचानक छत भरभरा कर ढह गई, जिसमें वह जिंदा दफन हो गया। पड़ोसियों ने मलबा हटाकर उसे बाहर निकाला लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। वह पिछले चार से छेदी लाल के मकान में किराये पर रह रहा था, जो काफी जर्जर हो गया था।
बाबा नगर में बुधवार की सुबह अचानक तेज धमाके की आवाज सुनकर लोग घरों के बाहर आ गए। यह आवाज एक मकान की छत ढहने की थी, जानकारी होते ही लोग राहत बचाव में जुट गए। मकान का मलबा हटाकर रिक्शा चालक 50 वर्षीय पप्पू कोरी उर्फ कमल किशोर को बाहर निकाला। कमल की पत्नी मुन्नी देवी का शोर सुनकर मकान मालिक छेदी लाल और उनके बेटे राम आसरे, रज्जन भी पहुंच गए।
मलबे से बाहर निकाले जाने पर पप्पू की सांसे थम चुकी थीं। राम आसरे के मुताबिक बुधवार की सुबह 6 बजे पप्पू कमरे में सो रहा था और पत्नी घरों में काम करने निकल गई थी। करीब 11 बजे पुलिस को सूचना दी गई। उसने बताया कि पप्पू बीते चार साल से मकान के एक कमरे में परिवार के साथ पर रह रहा था। पांच माह से उससे कमरा खाली करने के लिए कहा जा रहा था। पुलिस की सूचना पर तहसील से लेखपाल अरविंद तिवारी पहुंचे और पूछताछ की। छेदी लाल के मकान में तीन किरायेदार सोमवती, प्रिया तिवारी और पप्पू रहते थे। एक अन्य किरायेदार नैना सिंह मकान खाली कर चुकी है।