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पूजा पद्धति नहीं, कर्तव्यों का पालन है धर्म

जागरण संवाददाता, कानपुर: धर्म पूजा पद्धति नहीं, कर्तव्यों का पालन है। राष्ट्रधर्म के लिए व्यक्तिगत धर्म क

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Dec 2017 12:15 AM (IST)Updated: Mon, 18 Dec 2017 12:15 AM (IST)
पूजा पद्धति नहीं, कर्तव्यों का पालन है धर्म
पूजा पद्धति नहीं, कर्तव्यों का पालन है धर्म

जागरण संवाददाता, कानपुर: धर्म पूजा पद्धति नहीं, कर्तव्यों का पालन है। राष्ट्रधर्म के लिए व्यक्तिगत धर्म का त्याग करना चाहिए। रविवार को यह बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक ने कहीं। वह बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बालिका विद्यालय में श्री ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामंडल द्वारा आयोजित श्री गीता रामायण परीक्षा के विजयी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष वीरेंद्रजीत सिंह ने की। आख्या संस्था के संयुक्त मंत्री योगेंद्र भार्गंव ने प्रस्तुत की। इस मौके पर मुख्य रूप से डा.गीता मिश्र, भागवत प्रसाद शर्मा, आनंद शंकर गुप्त, डा.श्यामबाबू गुप्ता, भवानीभीख आदि मौजूद रहे।


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