मुख्तार की सतायी रानी ने दर्ज कराए बयान, 70 पन्नों के मालिकाना हक के दस्तावेज भी एसीपी को सौंपे
बीस करोड़ की संपत्ति की मालकिन रानी उर्फ जीनत आजमी ने शनिवार को पुलिस के सामने अपने बयान दर्ज कराए हैं। उसके भूखंड पर बाबा बिरयानी की दुकान चलाने वाला मुख्तार बाबा ने कैसे कब्जा किया पूरी बात बताई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मुख्तार बाबा की सतायी रानी उर्फ जीनत आजमी ने शनिवार को एसीपी स्वरूप नगर कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराए। उन्होंने शिकायत और मालिकाना हक संबंधी 70 पन्नों का दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे। पुलिस ने दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।जांच के बाद अरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू होगी।
स्वरूपनगर के जिस मकान में बाबा बिरयानी का रेस्टोरेंट है वह संपत्ति कैंसर पीड़ित रानी की है। मुख्तार ने यहां दो दुकानों से शुरू होकर आठ दुकानों पर कब्जा कर लिया है जबकि अपने बेटे के दोस्तों और अपने परिचितों को भी यहां दुकान कब्जा करवा दी है।यहां बाबा बिरयानी के रेस्टोरेंट का लाइसेंस मुख्तार के भाई मुश्ताक के नाम पर है। रानी की शिकायत पर इस मामले में एसीएम वान्या सिंह और एसीपी स्वरूपनगर को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। जिसके बाद स्वरूप नगर एसीपी ने मुख्तार, मुश्ताक और किरायेदारों के साथ रानी को भी जवाब देने के लिए बुलाया था।शनिवार को रानी अपने अधिवक्ता के साथ पहुंची और 70 पन्नों की फाइल पुलिस को सौंपी।
इसमें शिकायत पत्र के साथ ही संपत्ति से जुड़े अन्य दस्तावेज शामिल थे। अपने बयानों में उन्होंने कहा कि संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी को जो तहरीर दी थी वही मेरा बयान है। उन्होंने तहरीर के साथ संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी पुलिस को सौंप दिए। वहीं, चार दुकानदारों के बयान भी पुलिस ने दर्ज किए हैं।गौरतलब हो कि मुख्तार और मुश्ताक को भी बुलाया गया था लेकिन मुख्तार जेल में है जबकि मुश्ताक जवाब देने नहीं पहुंचा। पुलिस के मुताबिक दस्तावेजों के परीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई होगी।