Move to Jagran APP

रक्षाबंधन और जन्माष्टमी ने चीन को दिया 50 करोड़ का झटका

जागरण संवाददाता कानपुर अगस्त में अब तक हुए दो त्योहारों ने चीन को 50 करोड़ रुपये से ज्या

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 07:37 AM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 07:37 AM (IST)
रक्षाबंधन और जन्माष्टमी ने चीन को दिया 50 करोड़ का झटका
रक्षाबंधन और जन्माष्टमी ने चीन को दिया 50 करोड़ का झटका

जागरण संवाददाता, कानपुर : अगस्त में अब तक हुए दो त्योहारों ने चीन को 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का झटका दे दिया है। अब कारोबारियों ने दीपावली की तैयारी शुरू कर दी है। पिछले वर्ष राखी के बाजार में चीन का 50 फीसद कब्जा था।

loksabha election banner

पिछले एक दशक में चीन हमारे तमाम त्योहारों में किसी न किसी तरह घुसपैठ कर चुका था। इसमें सबसे बड़ा कब्जा तो दीपावली के बिजली बाजार पर था। चीन के खिलाफ पिछले कुछ वर्ष में आवाज लगातार तेज हो रही थी और इसका असर सबसे ज्यादा इस वर्ष देखने को मिला। राखी के बाजार में चीन का 90 फीसद तक कब्जा था। कानपुर का राखी बाजार लगभग 100 करोड़ रुपये का है। इसमें 90 करोड़ रुपये तक का माल चीन से ही आता था, लेकिन पिछले वर्ष विरोध के चलते चीन का माल पूरे कारोबार का 50 फीसद ही रह गया था। इस बार तो राखी बाजार में चीन का कब्जा शून्य हो गया। चीन को इस तरह करीब 50 करोड़ रुपये का झटका लगा। जन्माष्टमी के बाजार में चीन का ज्यादा कब्जा नहीं था लेकिन फिर भी 10 करोड़ रुपये के बाजार में उसने 10 फीसद पर कब्जा कर रखा था। इसमें ज्यादातर इलेक्ट्रानिक उपकरण शामिल होते थे। इसके साथ ही कान्हा के कई खिलौने भी चीन से बनकर आते थे। इस बार बाजार में ये चीजें गायब रहीं। थोक कारोबारी कल्याण के मुताबिक चीन का माल इस वर्ष बाजार में दिखा ही नहीं। फुटकर व्यापारी पवन गुप्ता के अनुसार राखी और जन्माष्टमी पूरी तरह से स्वदेशी बाजार बन गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.