बारिश ने फिर बढ़ाई चिंता, दशहत में परिवार
तेज बारिश ने फिर बाढ़ वाले क्षेत्रों की चिंता बढ़ा दी है। शनिवार शाम हुई मूसलाधार बरसात ने जलभराव से जूझ रहे परिवारों में दशहत बढ़ा दी है। फिर साउथ सिटी व पश्चिम इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर: तेज बारिश ने फिर बाढ़ वाले क्षेत्रों की चिंता बढ़ा दी है। शनिवार शाम हुई मूसलाधार बरसात ने जलभराव से जूझ रहे परिवारों में दशहत बढ़ा दी है। फिर साउथ सिटी व पश्चिम इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शाम को आफिस से घर जाने को निकले लोग जलभराव के चलते जाम में फंस गए।
पांडु व नोन नदी में बाढ़ के कारण चार दर्जन से ज्यादा गांवों और क्षेत्र में पांच-पांच फीट तक पानी भर गया था। पांच हजार से ज्यादा लोगों ने बाढ़ शिविर में शरण ली थी। लाखों रुपये का सामान पानी में डूबने से बर्बाद हो गया था। पानी रुकने के बाद फिर जनजीवन पटरी पर आना शुरू हुआ था कि एक बार फिर बारिश ने लोगों में दशहत बढ़ा दी है।
सुंदर नगर पनकी में एक-एक मंजिल तक डूब गई थीं। पानी कम होने के साथ ही लोग अपने मकानों की सफाई कराने में जुटे थे, लेकिन शाम को हुई बारिश से भी परेशान हो गए है। गणेश शकर विद्यार्थी नगर, टिकरा, पनका बहादुर नगर, भौंती खेड़ा समेत कई इलाकों में पानी भरा हुआ है। फिर जलभराव हो गया है। जलभराव के दौरान निकाली गई सिल्ट ने दिक्कत बढ़ा दी। रौतेपुर पिपरा, बछऊपुर आदि के हाल भी ऐसे ही हैं। इंदिरा नगर में नालियां चोक होने से सड़कों में पानी भर गया। वहीं दक्षिण के चावला मार्केट चौराहे व गो¨वद नगर बाजार में घुटनों तक पानी भर गया। कई दुकानदारों के दुकान में पानी घुस गया तो वह अपना सामान बचाने में जुट गए। बर्रा विश्वबैंक, गुजैनी, नौबस्ता मछरिया, बिनगवां व बाबूपुरवा में भी पानी भर गया। इधर चकेरी के जाजमऊ व पटेल नगर इलाके में जलभराव हो गया। सबसे बुरा हाल विनोबा नगर व गांधीग्राम क्षेत्र का हुआ। सड़क से लेकर घरों के अंदर तक पानी भर गया। कौशलपुरी, सर्वोदय नगर, काकादेव, शास्त्रीनगर, फजलगंज, जरीब चौकी, रावतपुर, पनकी समेत कई इलाकों में पानी भर गया।