इतनी सी उम्र और ये काम, अब क्या होगा अंजाम
पिछले दिनों वैशाली एक्सप्रेस के कोच एस-4 और एस-5 में वारदात को अंजाम दिया था। जीआरपी ने शातिरों को गिरफ्तार किया है।सदस्यों की उम्र 14 से 20 वर्ष के बीच है।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। अपनी मासूमियत को हथियार बनाकर छोटी उम्र में बड़े कारनामे करके अब लोगों की नजरों से बचे थे। ट्रेन में घूमकर यात्रियों की रेकी करते और फिर घटना को अंजाम देते थे। पिछले कई दिनों से जोर शोर से इनकी तलाश हो रही थी। क्योंकि ये बड़े ही शातिर ढंग से अपना काम करके निकल जाते थे। अब जब हत्थे चढ़े तो सचाई कबूल दी, इनका साथ बड़े भी दे रहे थे।
गोविंदपुरी आउटर पर कुछ बदमाशों ने पिछले दिनों वैशाली एक्सप्रेस के कोच एस-4 और एस-5 में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। मंगलवार को जीआरपी ने इस वारदात के आरोपितों को लूटे गए माल के साथ गिरफ्तार कर लिया। वारदात को इसी गिरोह ने अंजाम दिया था, इसके सदस्यों की उम्र 14 से 20 वर्ष के बीच है।
14-14 साल उम्र के हैं अरोपित
सीओ जीआरपी राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि गैंग को पकडऩे वाली टीम के सदस्यों को एसपी रेलवे ने दस हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। आरोपितों में दो की उम्र 14-14 साल है, जबकि दो 18 से 20 उम्र के बीच के हैं। किशोर आरोपित दादानगर थानाक्षेत्र के कच्ची बस्ती और सेवाग्राम कॉलोनी के रहने वाले हैं। जबकि पकड़े गए दो व्यस्क लुटेरों ने पूछताछ में अपना नाम आनंद नेगी निवासी कच्ची मड़ैया, डबल पुलिया और राजा बाबू निवासी नई बस्ती बताया।
जेल से छूटते ही वारदात
जीआरपी प्रभारी ने बताया कि वैशाली एक्सप्रेस की वारदात में छह लोग शामिल थे। इसमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया हैं, जबकि सरगना आकाश फरार है। आरोपित आनंद 27 सितंबर को 14 महीने बाद और एक किशोर 26 सितंबर को चार महीने बाद जेल से छूट कर आए थे।