अब रेल यात्रियों को नहीं खाना पड़ेगा घटिया खाना, सेंट्रल स्टेशन पर तैयार होगा शुद्ध भोजन Kanpur News
प्लेटफार्म-एक पर आइआरसीटीसी के बेस किचन को मिली जगह डीआरएम ने निरीक्षण के दौरान तय किया स्थान।
कानपुर, जेएनएन। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) के बेस किचन को लेकर चल रहा संशय बुधवार को खत्म हो गया। दौरे पर आए डीआरएम अमिताभ कुमार ने प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बेस किचन के लिए स्थल आवंटन को हरी झंडी दे दी। इससे अब यहां रोजाना दस हजार फूड पैक तैयार होंगे और यात्रियों को गुणवत्तायुक्त भोजन मिलेगा।
अवैध वेंडरों का बेचा भोजन खाकर बीमार हो जाते थे यात्री
दरअसल अभी आइआरसीटीसी का बेस किचन टूंडला में है। इसकी वजह से कई बार ट्रेनों में खाने का संकट हो जाता है। ऐसे में अवैध वेंडरों द्वारा बेचे गए घटिया भोजन को खाकर लोग बीमार होते थे। आइआरसीटीसी बीते डेढ़ साल से सेंट्रल स्टेशन पर बेस किचन के लिए जमीन तलाश रहा है। कई स्थान देखे गए, लेकिन हर बार कोई न कोई समस्या आड़े आई। पिछले दिनों स्टेशन अथॉरिटी की टीम ने जब दौरा किया था तो कमसम रेस्टोरेंट की खाली पड़ी जमीन पर चर्चा हुई थी, लेकिन यह जमीन कम थी। बुधवार को डीआरएम निरीक्षण को कानपुर आए तो उनके सामने यह मुद्दा रखा गया। डीआरएम ने मौके पर जाकर स्थान देखा। इसके बाद तय हुआ कि आइआरसीटीसी को कमसम और नई टीटी लॉबी के बीच पुराने पार्सलघर का खाली पड़ा गोदाम दिया जाएगा।
तीन महीने में बनकर हो जाएगा तैयार
डीआरएम की हरी झंडी के बाद आइआरसीटीसी ने बेस किचन के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। तीन महीने में बेस किचन तैयार होना है। डीआरएम ने नई टीटी लॉबी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को आरपीएफ के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के लिए भवन खाली करने का आदेश दिया। आरपीएफ थाने के ठीक बगल में जहां रेलवे कर्मचारियों को वेतन बांटा जाता था, वहां पर सीसीटीवी कंट्रोल बनना है लेकिन निर्माणदायी संस्था को निर्माण के लिए स्थान का कब्जा नहीं मिल पा रहा था।
नहीं फंसेंगी झांसी से आने वाली ट्रेनें
डीआरएम ने बताया कि पनकी, गोविंदपुरी और जीएमसी यार्ड को भी देखा। पनकी में यार्ड रीमॉडलिंग और गुड्स शेड के निर्माण को लेकर चर्चा हुई, जबकि गोविंदपुरी में यार्ड रीमॉडलिंग के काम देखे। उन्होंने बताया कि जनवरी तक काम पूरा हो जाएगा। इसके बनने से झांसी की ओर आने जाने वाली ट्रेनें गोविंदपुरी में नहीं फंसेंगी। डीआरएम ने सेंट्रल स्टेशन पर भी यार्ड रीमॉडलिंग के कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मार्च-2020 से गोविंदपुरी से सेंट्रल स्टेशन के बीच ट्रेनें अब नहीं फंसेगी। इससे रेल यातायात बेहतर होगा। इस मौके पर स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी, मुख्य टिकट अधीक्षक दिवाकर तिवारी, आइआरसीटीसी के स्थानीय प्रभारी अमित सिन्हा मौजूद रहे।