कानपुर-बिठूर के बीच फिर दौड़ेगी ट्रेन, इलेक्ट्रिक लाइन का सीआरएस सर्वे आज
कानपुर से बिठूर तक बने इलेक्ट्रिक लाइन पर परीक्षण सफल होने के बाद ट्रेनों के संचालन को जल्द अनुमति मिल सकती है। स्थानीय लोगों ने लोकल ट्रेन चलाने की मांग की थी जिसपर छह कोच की ट्रेन चलाने पर विचार किया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। बिठूर में रहने वालों के लिए यह खबर राहत भरी है। लंबे समय से चल रहा इलेक्ट्रिक लाइन के सीआरएस (रेल संरक्षा आयुक्त) सर्वे का इंतजार गुरुवार को पूरा हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक और रेल संरक्षा आयुक्त सुबह बिठूर रेल रूट की इलेक्ट्रिक लाइन का निरीक्षण करेंगे। आठ किमी लंबे इस रूट पर ट्रेन चलाकर भी देखी जाएगी। बीते सप्ताह दैनिक जागरण ने प्रमुखता से यह मुद्दा उठाया था। इसी दौरान रेलवे अधिकारियों ने जल्द सीआरएस सर्वे कराने की बात कही थी।
पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर मंधना से बृह्मावर्त रेल खंड का विद्युतीकरण कार्य काफी पहले पूरा कर लिया गया था। कोविड संक्रमण के चलते इसका सीआरएस सर्वे नहीं हुआ था। रेलवे ने फर्रुखाबाद-कानपुर रूट पर अनारक्षित ट्रेन शुरू की तो बिठूर वासियों ने भी लोकल ट्रेन चलाने का दबाव बनाया। इसके बाद मंधना से बिठूर के बीच आठ किमी लंबे इस रूट की इलेक्ट्रिक लाइन का सीआरएस सर्वे 11 मार्च को कराने का निर्णय लिया गया। गुरुवार को रेल संरक्षा आयुक्त (पूर्वोत्तर परिमंडल) मोहम्मद लतीफ खान और मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत संयुक्त रूप से सुबह 9.15 बजे से इलेक्ट्रिक लाइन का सर्वे करेंगे। दोपहर में यहां ट्रेन चलाकर गति परीक्षण भी किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक परीक्षण सफल रहने के बाद ट्रेनों को चलाने पर विचार किया जाएगा। यात्री लोड का सर्वे करने के बाद छह कोच की ट्रेन को अनुमति मिल सकती है।
परीक्षण के दौरान ट्रैक से दूर रहें
मंडल रेल प्रबंधक ने बिठूर में रहने वाले जन सामान्य से अपील की है कि वह परीक्षण के दौरान रेल ट्रैक से दूर रहें, क्योंकि सर्वे के दौरान ओवर हेड इलेक्ट्रिक में 50 हट्र्ज का हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित किया जाएगा। इसके बाद से यह रेल खंड विद्युतीकृत माना जाएगा।
- सीआरएस सर्वे पूर्ण होने के बाद यह रेल खंड पूरी तरह से ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार हो जाएगा। जल्द ही ट्रेन चलाने का निर्णय लिया जाएगा। -राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी इज्जतनगर मंडल पूर्वोत्तर रेलवे