जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फार्मेसी के छात्रों से रैगिंग, प्राचार्य से शिकायत
फार्मेसी विभाग में पहले से ही घमासान चल रहा है। अब प्रथम वर्ष के छात्रों ने सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप लगा स्वरूप नगर थाने में शिकायती पत्र दिया है।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में नए छात्रों से रैगिंग का प्रकरण अभी सुलझ भी नहीं पाया और फार्मेसी विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने सीनियरों पर रैगिंग करने का आरोप लगा दिया। इसकी शिकायत प्राचार्य व एसओ स्वरूप नगर से की गई है, साथ ही शिकायती पत्र को वाट्सएप पर भी वायरल कर दिया।
पहले भी वीडियो हो चुका वायरल
फार्मेसी विभाग में घमासान मचा हुआ है, कुछ समय पहले विभागाध्यक्ष प्रो. आरएन ठाकुर का पैसे मांगते हुए वीडियो छात्रों ने वायरल कर दिया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी की गई। शासन के रिपोर्ट मांगने पर प्राचार्य ने विभागाध्यक्ष से जवाब मांगा है। अब इस घमासान में एक और मामला जुड़ गया। मंगलवार को फार्मेसी प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य और एसओ स्वरूप नगर से शिकायत की है कि सीनियर छात्रों ने उनसे रैगिंग की है।
शिकायत में ये लगाए आरोप
शिकायत में कहा है कि फार्मेसी रसायन प्रयोगशाला में डॉ. अजय कुमार शर्मा ने प्रशांत राव से मिलकर विभागाध्यक्ष के विरोध में लिखवाया। प्रशांत अनुपस्थित थे, फिर भी डॉ. अजय ने फोन कर बुलाया। वह कुछ सीनियर के साथ आए और दबाव बनाया। डॉ. मीनाक्षी वर्मा भी वहां थीं, उनके सामने रैगिंग हुई। पत्र में अनुराग राठौर, अनुराग कुमार, मंजू वर्मा व निभा पटेल आदि नाम हैं। वहीं, प्रशांत राव ने आरोप निराधार बताते हुए प्राचार्य कार्यालय में लिखित जवाब दिया है।
इनका कहना है
-फार्मेसी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि मंगलवार को क्लास में विभागाध्यक्ष आए थे। छात्रों से कागज पर हस्ताक्षर करा रहे थे। साथ ही शासन द्वारा भेजे गए पत्र का जबाव मांगने लगे। इसलिए प्रशांत राव को फोन कर बुलाया था। विभाग में सीनियर बैच ही नहीं है, ऐसे में छात्र आपस में रैगिंग क्यों करेंगे।
-जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती दवे लालचंदानी ने बताया कि फार्मेसी के छात्रों ने किसी प्रकार की कोई लिखित शिकायत नहीं की है।