आरजे अखिल की जुबानी जानें, RJ बनने के लिए कैसा हो अंदाज और क्या हो खास
दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव पर रेडियाे सिटी के आरजे अखिल ने प्रशंसकों के सवालों के जवाब देकर कोरोना संक्रमण काल में घर पर ही रहने की अपील की।
कानपुर, जेएनएन। एफएम की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर युवाओं के कदम रेडियो में भविष्य बनाने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन चुनौती यह है कि एक आरजे बनने के लिए क्या जरूरी है। ऐसी ही युवाओं की जिज्ञासा को मशहूर आरजे अखिल ने दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव शो में शांत किया और कोरोना लॉकडाउन में रहन-सहन को लेकर जागरूक किया।
फेसबुक लाइव में रेडियो सिटी के आरजे अखिल ने कहा कि रेडियो के क्षेत्र में निष्पक्षता व नजरिया का अहम रोल होता है। ज्यादातर मुद्दो की जानकारी व खुलकर बातें करना ही बेहतर आरजे की पहचान होती है। इस क्षेत्र में सफलता के लिए सही-गलत की पहचान करना और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की कला आनी चाहिए। कहा, बातचीत का बेबाक अंदाज और करंट अफेयर्स से हमेशा अपडेट रहना ही सफलता की ओर ले जाता है।
फेसबुक लाइव पर आरजे ने बातचीत का दौर शुरू किया तो प्रशंसकों ने प्रश्नों की बयार लगा दी। प्रशंसक बलजीत ने कॅरियर की संभावनाओं पर सवाल किया तो अखिल ने रेडियो की अधिक से अधिक जानकारी व संबंधित का कोर्स करने को कहा। उन्होंने सुपर सिंगर के लिए प्रशंसकों को कई बातों से रूबरू कराया। सुपर सिंगर ने कई प्रतिभावानों को पहचान दिलाने में मदद की। उन्होंने रेडियो पर लाइव काम करने की बारीकियों व बातचीत के टॉपिक पर चर्चा की। सुजीत के सवाल पर आरजे ने अपनी जर्नी के बारे बताते हुए आरजे बनने के लिए ट्रेनिंग करना जरूरी बताया। स्पोर्ट्स टीचर सत्येंद्र के प्रश्न पर आरजे ने खेल दिनचर्या में शामिल करने को कहा।
आरजे अखिल ने कोरोना संक्रमण के दौर में प्रशंसकों को मास्क, सैनिटाइजर व शारीरिक दूरी का पालन करने की सलाह दी। कहा, बेहतर इम्यूनिटी ही इससे लड़ने की शक्ति देता है। कानपुर शहर का व्यवहार खूब भाता है।लॉकडाउन में प्रशंसकों को खाली न बैठकर कुछ न कुछ सीखने की सलाह दी। ताकि लॉकडाउन उसका फायदा हो सके। उन्होंने कहा कि आरजे बनने के लिए खूब संघर्ष किया और कई शहरों में जाकर विभिन्न भाषाओं का ज्ञान सीखने को मिला। प्रशंसकों को संक्रमण काल में घरों में रहकर नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित रहने की सलाह देते हुए अलविदा कहा।