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Mahoba Rally: प्रियंका बोलीं- तपस्या नहीं बड़े जहाजों में घूम रहे प्रधानमंत्री और योगी, यहां पढ़ें पूरा भाषण

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड को साधने के लिए कांग्रेस की महा सचिव प्रियंका वाड्रा ने महोबा में प्रतिज्ञा रैली में प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधा और किसानों की आय और कर्जमाफी को लेकर सवाल उठाए ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 04:27 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 04:27 PM (IST)
Mahoba Rally: प्रियंका बोलीं- तपस्या नहीं बड़े जहाजों में घूम रहे प्रधानमंत्री और योगी, यहां पढ़ें पूरा भाषण
महोबा की प्रतिज्ञा रैली में प्रियंका का प्रधानमंत्री पर हमला।

महोबा, जागरण संवाददाता। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड में सियासी जमीन तैयार करने में जुटीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा शनिवार को महोबा की प्रतिज्ञा रैली में प्रधानमंत्री और केंद्र की सरकार पर हमलावर रहीं। उन्होंने बुंदेलखंड के लोगों की समस्याओं को उठाते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा किया। आठ हजार करोड़ के जहाज से प्रधानमंत्री के घूमने पर सवाल उठाते हुए किसानों का कर्ज माफ नहीं करने और प्रति व्यक्ति आय न बढ़ाए जाने की बात कही। उन्होंने भाजपा नेताओं के भाषण को झूठ का पुलिंदा बताया तो सपा की सरकार को लुटेरा और बसपा की सरकार को काम न करने वाला कहा।

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बुंदेली भाषा से की संबोधन की शुरुआत

प्रतिज्ञा रैली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने संबोधन की शुरुआत बुंदेल भाषा से की। उन्होंने कहा कि सब भइया-बहनन को राम-राम और सब मोड़ियन को प्यार। हमै बड़े भाग्य कि हमका आल्हा ऊदल, रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, महाराजा छत्रसाल, दीवान हरदौल जू, राष्ट्र कवि मैथलीशरण गुप्त और स्वामी ब्रह्मानंद महाराज की महान और वीरों की भूमि पर अाबै को मौका मिलो। महोबावालों मुझे यहां आकर बहुत खुशी हो रही है और थोड़ा दुख भी है। दो हफ्ते पहले ललितपुर गई थी, जहां दो किसानों की खाद की लाइन में मृत्यु और दो किसानों के आत्महत्या करने की जानकारी हुई तो बहुत दु:ख हुआ। मैं उनके परिवार से जाकर मिली तो पता चला कि सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा था। अचानक दो तीन दिन में बारिश हुई तो खुश हुए थे और सोचा कि अच्छी खाद डाल दूंगा तो फसल अच्छी होगी। खाद वितरण केंद्र की लाइन में दो-तीन दिन तक खड़े-खड़े भूख-प्यास से मौत हो गई। दूसरे दो किसान भी लाइन में खड़े होने के बाद भी खाद खत्म हो गई। उनपर दो-ढाई लाख का कर्ज था, वो घर आए और आत्महत्या कर ली। सरकारी खाद वितरण केंद्र बंद था और दो प्राइवेट केंद्रों पर लाइन लगी थी, खाद नहीं मिल रही है। मटर चना का अच्छा दाम नहीं मिलता, सिंचाई के लिए पानी नहीं है।

प्रियंका ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि यूपी और बुंदेलखंड में ही नहीं छत्तीसगढ़ में भी आवारा पशुओं की समस्या थी। उनकी सरकार की नीयत ठीक थी और ऐसी व्यवस्था बनाई कि अब ये समस्या नहीं है। क्योंकि सरकार गोबर को भी खरीदती हैं, इसलिए ताकि आवारा पशु सड़क पर न घूमे। यूपी की सरकार तो यह मानने को ही तैयार नहीं है कि आवारा पशुओं की समस्या एक बड़ी समस्या है। हम 2019 के चुनाव में जब यहां पर आए थे तब मुझे याद है कि यही समस्या यहां के हर किसान ने बताई थी लेकिन आज तीन साल होने को जा रहे हैं, अभी भी इस समस्या को हल करने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। सिर्फ बुंदेलखंड में पंद्रह सौ किसानों ने आत्महत्या की है। सभी लोग जानते हैं कि महंगाई किस तरह बढ़ रही है, डीजल और पेट्रोल के दाम कितना बढ़ गया है। बुंदेलखंड में रोजगार न मिलने से बहुत पलायन होता है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के समय देखा कि बुंदेलखंड के भाई बहन जहां जहां बड़े शहरों से लौटे, उन्हें किस तरह से घर आना पड़ा। पूरा परिवार पैदल नंगे पांव चल रहा है, खाने को नहीं है लेकिन कोई मदद नहीं की सरकार ने। जब कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बसें देने को कहा तो सरकार ने बसें ली नहीं हमसे। अबजब इनकी बड़ी बड़ी मीटिंग होती है तो बसों की लाइन लग जाती है ताकि दिखे कितनी भीड़ आई है। लेकिन, जब जरूरत थी आपको कि आपके भाई-बहन दिल्ली से अन्य शहरों से पैदल यहां आ रहे थे। क्योंकि उनके बारे में बगैर सोचे लाकडाउन किया गया तब इनकी सरकारें क्या कर रही थीं।

आठ हजार करोड़ के जहाज से घूमते हैं प्रधानमंत्री

प्रियंका ने कहा कि आपको मालूम हैं कि आज देश में किसान की आय प्रतिदिन 27 रुपये है। प्रधानमंत्री जी ने ललितपुर में बड़ी रैली की और महोबा भी आए थे, वो अपने जहाज में झांसी आए। आपको मालूम है जहाज कितने रुपये का है, पूरे आठ हजार करोड़ का वो एक जहाज प्रधानमंत्री जी का है। उस जहाज में वो यहां आते हैं भाषण देने के लिए लेकिन किसानों की आय नहीं बढ़ा पाते, किसानों का कर्ज नहीं माफ कर सकते। आपको मालूम हैं कि प्रधानमंत्री के बड़े बड़े उद्योगपति मित्रों की आय कितनी है, वो प्रतिदन दस हजार करोड़ रुपये कमाते हैं और आज प्रतिदिन 27 रुपये कमा रहे हैं। आपके लिए ये सरकार कुछ नहीं कर रही है।

प्रियंका ने कहा कि आपको याद है कि पूर्व में यूपीए सरकार में बुंदेलखंड के लिए विकास का पैकेज आया था और उसके अंदर बहुत से विकास कार्य किए गए थे। इन सब परिस्थितियों को देखकर हमने ये तय किया है कि यदि कांग्रेस की सरकार आएगी तो किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाएगा। आपने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से सुना कि उन्होंने कितने कर्ज माफ किए हैं, इससे पहले देश भर में 72 हजार करोड़ रुपये का कर्जा कांग्रेस पार्टी ने माफ कराया। गेहूं और धान का मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा, सभी की बिजली का बिल आधा किया जाएगा। कोरोना काल में छोटे दुकानदारों और कारोबारियों का बिल माफ या साफ किया जाएगा क्योंकि लॉकडाउन में उन्हें नुकसान हुआ और दुकान बंद रही। उन्होंने कहा कि आवारा पशु की समस्या दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ का माडल यूपी और बुंदेलखंड में लागू कराया जाएगा। यहां पर समस्या इतनी बड़ी हो चुकी है कि आवारा पशुओं को भगाने के लिए हमारी बहनें और भाई रात रात भर जागकर खेत पर बैठे रहते हैं, यह समस्या भी दूर हो जाएगी।

प्रियंका ने कहा कि सभी जानते हैं कि बेरोजगारी प्रदेश में कितनी है, जहां जाती हूं नौजवान दिखते हैं, इनमें बहुत पढ़े-लिखे भी होते हैं। सबने अपनी मेहनत की कमाई से बच्चों को पढ़ाया है, कुछ बच्चे बीए पास हैं और कुछ आइटीआई पास हैं, कुछ ने कोर्स किए हैं लेकिन रोजगार नहीं मिल रहा है। लॉकडाउन की वजह से काफी दिक्कत हुई, काफी धंधे-कारोबार भी बंद हो गए। इस बीच प्रधानमंत्री जी और योगी जी कहते हैं कि वो देश के लिए तपस्या कर रहे हैं। मेरा कहना है कि वो तपस्या नहीं कर रहे हैं, बड़े-बड़े जहाजों में घूम रहे हैं, असल तपस्या तो इस देश का श्रमिक और नौजवान कर रहा है।

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