निजी आइटीआइ में अब छात्र-छात्राओं को देनी होगी 18 हजार फीस
सरकार की ओर से फीस (ट्यूशन) तय कर दी गई है। शुल्क प्रतिपूर्ति (फीस रिफंड) का फॉर्म भराने पर यह राशि वापस भी मिल सकती है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : निजी आइटीआइ में कई ंवर्षो से मनमानी फीस वसूलने वाले संचालकों को सरकार ने झटका दिया है। सरकार की ओर से छात्र-छात्राओं की एक निश्चित फीस (ट्यूशन) तय कर दी है। इसके चलते इस सत्र में अब उन्हें दाखिला लेते समय 18 हजार रुपये(वार्षिक)जमा करने होंगे। ऐसे में इस सत्र में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह खबर सुखद है। निजी आइटीआइ से जुड़े विषय विशेषज्ञों ने बताया कि जब छात्र-छात्राओं की ओर से शुल्क प्रतिपूर्ति (फीस रिफंड) का फॉर्म भरा जाएगा तो काफी हद तक उन्हें यह राशि वापस भी मिल सकेगी। इस संबंध में राज्य व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विभाग की ओर से सभी आइटीआइ प्राचार्यो को आदेश जारी कर दिए गए हैं। - - - - - - - - - - - - - -
शहर में हैं करीब चार हजार सीटें
निजी आइटीआइ में हर वर्ष प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं की औसतन संख्या करीब चार हजार है। अभी तक जनपद में संचालित निजी आइटीआइ की संख्या भी लगभग 50 है। इसी सत्र में 10 निजी आइटीआइ और संचालित होने जा रही हैं। कुछ लोगों ने बताया कि निजी आइटीआइ संचालक विद्यार्थियों से फीस के रूप में 40 से 50 हजार रुपये वार्षिक लेते रहे हैं। - - - - - - - - - - - - - -
फीस रिफंड को लेकर स्थिति अस्पष्ट
एक निजी आइटीआइ संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि फीस रिफंड को लेकर सरकार की ओर से जो आदेश जारी हुआ है, उसमें स्थिति स्पष्ट नहीं है। इससे छात्र-छात्राओं के सामने दिक्कतें आ सकती हैं।
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''निजी आइटीआइ के लिए छात्र-छात्राओं को इस सत्र में 18 हजार रुपये फीस देनी होगी। इस संबंध में शासन से निर्देश मिल गए हैं। छात्र-छात्राओं को एक तरह से यह राशि वापस भी मिल जाएगी। हालांकि इसके लिए जो नियम हैं, उनका पालन करना होगा।'' -केएम सिंह, प्राचार्य आइटीआइ पांडु नगर